
शौर्य दिवस पर वीरों को सलाम, मुख्यमंत्री धामी ने की अनुग्रह राशि 30 लाख करने का ऐलान
देहरादून। कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को राजधानी देहरादून के गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक में शौर्य दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भूतपूर्व सैनिकों, शहीदों के परिजनों और जनसाधारण के साथ मिलकर देश की रक्षा में प्राण न्योछावर करने वाले वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल युद्ध में उत्तराखंड के 75 वीर सपूतों ने अग्रणी भूमिका निभाई और मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनका बलिदान हमेशा हमें प्रेरणा देता रहेगा। कार्यक्रम में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, सेना के अधिकारी, पूर्व सैनिक, उनके परिजन और बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सैनिकों और शहीदों के परिवारों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि शहीद सैनिकों के परिजनों को मिलने वाली अनुग्रह राशि को ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹30 लाख किया गया है। परमवीर चक्र विजेताओं की अनुग्रह राशि ₹50 लाख से बढ़ाकर ₹1.5 करोड़ की गई है। उन्हें अब ₹3 लाख की वार्षिक अनुदान राशि भी दी जाएगी। चमोली में ईसीएचएस सेंटर और नैनीताल में सैनिक विश्राम गृह की स्थापना की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारे वीर जवानों ने अपने शौर्य, साहस और पराक्रम से देश का गौरव बढ़ाया है। उत्तराखंड न केवल देवभूमि है, बल्कि वीरभूमि भी है, जहां हर घर से कोई न कोई सैन्य सेवा से जुड़ा है। यह हमारी परंपरा है और हमारी सबसे बड़ी पूंजी भी।”
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि यह अभियान मेड इन इंडिया की शक्ति और भारतीय सेना के पराक्रम का प्रतीक है। केवल चार दिनों में पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर देना हमारी रक्षा ताकत का साक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि राज्य सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों के सम्मान और कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। शौर्य दिवस के इस आयोजन ने जहां कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी, वहीं हमारे जवानों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता का भाव भी जनमानस के बीच सशक्त रूप से व्यक्त किया।