Scam in ITBP: आईटीबीपी में राशन घोटाला, CBI ने अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
पिथौरागढ़ : उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में तैनात इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) की बटालियन में रसद और सामान की ढुलाई में पौने दो करोड़ रुपये (लगभग 1.75 करोड़) के वित्तीय घोटाले का मामला सामने आया है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने इस संबंध में दो अलग-अलग मुकदमों में छह अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ केस दर्ज किए हैं। यह घोटाला वर्ष 2017 से 2021 के बीच विभिन्न अधिकारियों के कार्यकाल में हुआ बताया जा रहा है।
पहला मामला 22 लाख रुपये के गबन का है, जबकि दूसरा मामला 1 करोड़ रुपये से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि बटालियन को रसद सामग्री और अन्य जरूरी सामान पहुंचाने के नाम पर ओवरचार्जिंग और फर्जी दस्तावेजीकरण के जरिए धन हड़पा गया। सीबीआई के अनुसार, इन घोटालों में आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारियों, आपूर्ति विभाग के जिम्मेदारों और ठेकेदारों की सांठगांठ शामिल है।
आईटीबीपी, जो भारत-चीन सीमा की सुरक्षा में तैनात प्रमुख अर्धसैनिक बल है, के लिए रसद प्रबंधन रणनीतिक रूप से अहम है। ऐसे में, धन के दुरुपयोग से न केवल सार्वजनिक कोष को नुकसान हुआ है, बल्कि सीमा पर तैनात जवानों के लिए संसाधनों की उपलब्धता पर भी सवाल उठे हैं।
सीबीआई ने घोटाले से जुड़े दस्तावेजी सबूतों और वित्तीय लेनदेन की जांच शुरू कर दी है। संभावना है कि आरोपियों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और धोखाधड़ी के मामलों में कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, जांच दल यह पता लगा रहा है कि क्या इस घोटाले में उच्च स्तर पर संरक्षण दिया गया था।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा, “हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। दोषियों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।” वहीं, आईटीबीपी प्रशासन ने भी सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों को बचाया नहीं जाएगा।