
भारतीय क्रिकेट टीम का इंग्लैंड दौरा: शुभमन गिल बने कप्तान, ऋषभ पंत उप-कप्तान
नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इंग्लैंड के आगामी दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम की घोषणा कर दी है। युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है, जबकि विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को उप-कप्तान की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह दौरा 20 जून से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के साथ इंग्लैंड में होगा, जो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) 2025-27 चक्र का हिस्सा है।
नया नेतृत्व: शुभमन गिल को भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है, जबकि ऋषभ पंत उप-कप्तान होंगे। यह गिल की पहली बार टेस्ट कप्तानी होगी, जो उनके करियर में एक महत्वपूर्ण कदम है।
करुण नायर की वापसी: मध्यक्रम के बल्लेबाज करुण नायर ने 8 साल बाद टेस्ट टीम में वापसी की है। नायर ने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में तिहरा शतक लगाया था, लेकिन उनका आखिरी टेस्ट 2017 में था।
युवा चेहरों को मौका: यशस्वी जायसवाल, अभिमन्यु ईश्वरन, और नीतीश कुमार रेड्डी जैसे युवा खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया गया है, जो भारतीय क्रिकेट के भविष्य को दर्शाता है।
बड़े नाम बाहर: श्रेयस अय्यर और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी जैसे स्टार खिलाड़ियों को इस दौरे के लिए टीम में जगह नहीं मिली है। शमी की अनुपस्थिति चोट या रोटेशन नीति के कारण हो सकती है, हालांकि बीसीसीआई ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
भारतीय टेस्ट टीम
खिलाड़ी: शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, अभिमन्यु ईश्वरन, केएल राहुल, साई सुदर्शन, ऋषभ पंत (उप-कप्तान), करुण नायर, नीतीश कुमार रेड्डी, रवींद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल, वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाशदीप, कुलदीप यादव
पांच टेस्ट मैचों की सिरीज
पहला टेस्ट: 20-24 जून, हेडिंग्ले, लीड्स
दूसरा टेस्ट: 2-6 जुलाई, एजबेस्टन, बर्मिंघम
तीसरा टेस्ट: 10-14 जुलाई, लॉर्ड्स, लंदन
चौथा टेस्ट: 23-27 जुलाई, ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर
पांचवां टेस्ट: 31 जुलाई-4 अगस्त, केनिंग्टन ओवल, लंदन
शुभमन गिल की कप्तानी भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत का संकेत देती है। गिल ने हाल के वर्षों में अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया है, और अब उन पर नेतृत्व की जिम्मेदारी होगी। दूसरी ओर, ऋषभ पंत का उप-कप्तान बनना उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग कौशल को देखते हुए स्वाभाविक लगता है।
करुण नायर की वापसी आश्चर्यजनक है, लेकिन उनकी अनुभव और इंग्लैंड की परिस्थितियों में पहले प्रदर्शन को देखते हुए यह फैसला तर्कसंगत है। युवा खिलाड़ियों जैसे यशस्वी जायसवाल और नीतीश कुमार रेड्डी को मौका देना बीसीसीआई की भविष्य की योजना को दर्शाता है। हालांकि, शमी और अय्यर जैसे खिलाड़ियों का बाहर होना कुछ सवाल उठा सकता है।