उत्तराखंड : चारधाम यात्रा में सारे इंतजाम फेल, 22-22 घंटे इंतजार फिर भी बिना दर्शन लौट रहे श्रद्धालु
उत्तराखंड : चारधाम यात्रा में सारे इंतजाम फेल, 22-22 घंटे इंतजार फिर भी बिना दर्शन लौट रहे श्रद्धालु
देहरादून: चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से ही यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में अव्यवस्थाओं को सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोग बिना दर्शनों के ही वापस लौट रहे हैं। यमुनोत्री धाम के बाद अब गंगोत्री धाम में भी अव्यवस्थाओं की स्थिति नजर आ रही है। गंगोत्री धाम में पुरोहितों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया है।
तीर्थ पुरोहितों ने सरकार पर व्यवस्थाएं चाकचौबंद नहीं करने का आरोप लगाया है। तीर्थ पुराहितों का कहना है कि गंगा सप्तमी के पावन पर्व पर गंगोत्री धाम में अभी तक तीर्थ यात्रियों का जत्था नहीं पहुंच पाया है। गंगोत्री धाम में सुबह के दौरान सन्नाटे जैसी स्थिति है। तीर्थ पुरोहित यात्रा व्यवस्था को लेकर खासी नाराज हैं। गंगोत्री धाम में व्यापारियों ने भी बाजार बंद कर दिया है और प्रशासन और शासन के विरुद्ध नारेबाजी कर रहे हैं।
उत्तरकाशी से हर्षिल के बीच जगह-जगह फंसे कई तीर्थ यात्री गंगोत्री की यात्रा को स्थगित कर केदारनाथ की ओर जा रहे हैं। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि लंबे-लंबे अंतराल तक तीर्थ यात्रियों को उत्तरकाशी चिन्यालीसौड़ सहित अन्य स्थानों पर रोका जा रहा है। जिसके कारण तीर्थ यात्री समय पर धाम में नहीं पहुंच पा रहा हैं।
गंगोत्री धाम के गंगा पुरोहित सभा गंगोत्री के अध्यक्ष संजीव सेमवाल ने कहा कि गंगोत्री बाजार से लेकर मंदिर परिसर और गंगोत्री के विभिन्न घाटों पर सन्नाटे जैसी स्थिति है। तीर्थ यात्री केवल हाईवे पर ही जाम में फंसे हुए हैं। धाम पर समय में नहीं पहुंच पा रहे हैं।
गंगोत्री के तीर्थ पुरोहितों ने मंदिर परिसर में एकत्र होकर शासन प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की है। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि तीर्थ यात्रियों को जगह-जगह रोका जा रहा है। धाम में सन्नाटे जैसी स्थिति है। यातायात का सुचारू संचालन नहीं किया जा रहा है। 20 से 25 घंटे तक जाम में फंसने के बाद तीर्थ यात्री आधे रास्ते से ही वापस लौट रहा है। प्रशासन की इस बदहाल व्यवस्था के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा का सही संदेश नहीं जा रहा है।
होटल व्यवसाय भी यात्रा की बढ़ाहल व्यवस्था के कारण खासे परेशान हैं। तीर्थ पुरोहितों ने कहा है कि जिन स्थानों पर पुलिस प्रशासन तीर्थ यात्रियों को रोक रहा है , उन स्थानों पर खाने-पानी और शौचालय जैसी सुविधा भी नहीं है। होटल व्यवसाययों को कहना है कि उनकी होटल खाली पड़े हैं और तीर्थ यात्रियों को जगह-जगह जाम के बीच अपने वाहनों में रात बितानी पड़ रही है।
जानकीचट्टी से यमुनोत्री पैदल मार्ग पर सुबह करीब तीन बजे से मां यमुना के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं की भीड़ जा रही है। चारधाम यात्रा शुरू होते ही गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर ट्रैफिक जाम की समस्या गंभीर होती जा रही है।
बद्रीनाथ धाम में भी तीर्थ पुरोहित आक्रोषित हैं। धाम में यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, लेकिन अव्यवस्थाओं के चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चारधाम यात्रा मार्गों पर यात्री वाहन रेंगते हुए नजर आ रहे हैं। सरकार के दावों की पोल पूरी तरह से खुल गई है।
उत्तराखंड : चारधाम यात्रा में सारे इंतजाम फेल, 22-22 घंटे इंतजार फिर भी बिना दर्शन लौट रहे श्रद्धालु