उत्तराखंड: इन गांवों के बाहर लगे बोर्ड, फेरी वाले और बाहरियों एंट्री पर बैन, लगेगा इतना जुर्माना
रुद्रप्रयाग: पहाड़ी क्षेत्रों में अब लोगों ने खुद ही यह तय कर लिया है कि गांवा में बाहरी और फेरी वाले लोगों की एंट्री पूरी तरह बंद रहेगी। इसको लेकर पिछले दिनों भी कई गांवों में लोगों ने बोर्ड लगा दिए थे। अब एक बार फिर रुद्रप्रयाग जिले के ग्राम पंचायत कांडा-भरदार में फेरी करने वाले और बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।
इसको लेकर ग्रामीणों ने गांव की सीएम पर एक बोर्ड भी लगात दिया है। यह बोर्ड तीन जगहों पर गलाए गए हैं। वहीं, ग्राम पंचायत मेदनपुर ने भी बाहरी लोगों के गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी है। केदारघाटी में यह मुहिम जोर पकड़ रही है। पिछले दिनों भी कई गांवा में फेरी वाले, गैर हिंदू और रोहिंग्या के गांवों में प्रवेश और व्यापार करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया था। इन गांवों की सीमा पर सूचना बोर्ड भी लगाए गए थे। हालांकि, बाद में पुलिस बोर्डों को आपत्तिजनक मानते हुए हटा दिया था।
लोगों का आरोप है कि बाहरी लोग फेरी, मोबाइल सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान की मरम्मत के नाम पर गांवों में पहुंच रहे हैं। ऐसे में ग्राम पंचायत स्तर पर यह पहल की गई है। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद सूचना बोर्ड को संशोधित कर बाहरी और फेरी वालों के गांवों में प्रवेश और व्यापार पर प्रतिबंध लगाने के बोर्ड लगाए हैं।
इतना ही नहीं पकड़े जाने पर जखोली विकासखंड के कांडा-भरदार में किसी फेरी वाले और बाहरी के पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई के साथ ही पांच हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। वहीं, इस मामले में पुलिस का कहना है कि ग्राम पंचायत अपने सीमा क्षेत्र में बाहरी लोगों के प्रवेश को वर्जित करने के लिए इस तरह के सूचना बोर्ड लगाने के लिए स्वतंत्र है। किसी भी तरह के आपत्तिजनक बोर्डों के खिलाफ पहलेे भी कार्रवाई की गई है और आगे भी की जाएगी।