राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय में प्रेमचंद जयंती के अवसर पर हुआ गोष्ठी का आयोजन
बड़कोट : राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय में हिंदी विभाग के तत्वावधान में हिंदी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार प्रेमचंद की जयंती के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें हिंदी के प्राध्यापक दया प्रसाद गैरोला के द्वारा छात्र-छात्राओं को प्रेमचंद के जीवन एवं साहित्य पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि प्रेमचंद ने हिंदी कथा-साहित्य को तिलस्मी के झुरमुट से निकालकर जीवन के आदर्श और यथार्थ की भाव भूमि में लाकर स्थापित किया प्रेमचंद जी का जन्म 31 जुलाई सन् 1880 को हुआ था। प्रेमचंद न सिर्फ भारत, बल्कि दुनियाभर के मशहूर और सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले रचनाकारों में से एक हैं।
प्रेमचंद की कहानियों के किरदार आम आदमी होते थे। उनकी कहानियों में आम आदमी की समस्याओं और जीवन के आदर्श,यथार्थ एवं उतार-चढ़ाव को दिखाया गया है। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. बी. एल थपलियाल ने छात्र-छात्राओं को प्रेमचंद के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया उक्त गोष्ठी में गरिमा, कंचनवाला,कामना रावत, एवं अंकित राणा ने प्रतिभा किया।
गोष्टी के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विनोद कुमार ने कहा की प्रेमचंद के जीवन से छात्रों को प्रेरणा लेनी चाहिए। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ जगदीश चंद्र रस्तोगी, डॉ दिनेश शाह, डॉ अविनाश कुमार मिश्रा, डॉ पुष्पेंद्र सेमवाल, एवं समस्त महाविद्यालय स्टाफ उपस्थित रहा।