सेना के जनसंपर्क अधिकारी ले. कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि इस वर्ष से भर्ती प्रक्रिया में सुधार के लिए कई नए उपाय शामिल किए गए हैं। इनमें सशस्त्र सेनाओं में चुनौतीपूर्ण माहौल के लिए उम्मीदवारों की उपयुक्तता का पता लगाने के लिए एक नई अनुकूलन क्षमता परीक्षा भी शामिल है। इस परीक्षा को भर्ती रैली के हिस्से के रूप में शामिल किया जाएगा, जो मेडिकल टेस्ट से पहले आयोजित की जाएगी।
केवल उन युवाओं को जो इस परीक्षा को पास करते हैं, उन्हें आगे की चयन प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा अग्निवीर क्लर्क (कार्यालय सहायक) के लिए टाइपिंग टेस्ट कंबाइन एंट्रेंस परीक्षा के साथ आयोजित की जाएगी। यह टेस्ट 22 अप्रैल से शुरू होने की संभावना है।
वहीं, फर्जी उम्मीदवारों को बाहर निकालने के लिए आइरिस स्कैन के रूप में एक नई बायोमेट्रिक सत्यापन प्रक्रिया भी शामिल की गई है। कहा गया है कि युवा केवल अपने आधार से जुड़े मोबाइल नंबरों के साथ पंजीकरण करें। क्योंकि भर्ती रैली के संचालन के दौरान आधार सत्यापन किया जाएगा। बड़ी संख्या में उम्मीदवार साइबर कैफे के माध्यम से नामांकन करते हैं और बाद में पंजीकरण के लिए उपयोग किए गए ईमेल को भूल जाते हैं।
ARO कार्यालय की ओर से कहा गया है कि आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल है और उम्मीदवार को पंजीकरण के लिए साइबर कैफे पर निर्भर नहीं होना चाहिए। युवाओं को दलालों और नए पुराने कोचिंग सेंटरों से सतर्क रहने की भी सलाह दी गई है। कहा है कि प्रक्रिया पूरी तरह से स्वचालित है और किसी भी व्यक्ति के लिए चयन को प्रभावित करना असंभव है।