UKSSSC : पेपर लीक मामले में एक और खुलासा, 10-15 लाख में बिकी नौकरी, 200 से ज़्यादा ने खरीदा था पेपर
देहरादून: UKSSSC पेपर लीक मामले में एक से बढ़कर एक हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। पेपर लीक गिरोह ने प्रदेश भर में कई जगहों पर पेपर को लीक किया और हर उम्मीदवार से 10 से 15 लाख रुपये वसूले। STF की जांच में अब तक 200 से अधिक लोगों की जानकारी सामने आ चुकी है, जिन्होंने पेपर खरीदा था।
इस परीक्षा में पास हुए सबसे अधिक 80 लोग उत्तरकाशी जिले के मोरी क्षेत्र के हैं और जो पेपर लीक का मास्टरमाइंड जिला पंचायत सदस्य बताया जा रहा है, वह भी उत्तरकाशी जिले के इसी क्षेत्र का बताया जा रहा है। हालांकि, STF ने अभी इसका खुलासा नहीं किया है। सूत्रों की मानें तो विदेश में बैठे जिला पंचायत सदस्य के लौटते ही गिरफ्तार किया जा सकता है न।
कुल मिलाकर खेल करीब 20 से 25 करोड़ रुपये का हुआ।इनमें से अभी तक करीब 90 लाख रुपये की बरामदगी हो पाई है।
STF बीते 15 दिनों से इस मामले की जांच कर रही है। इसमें अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से चार सरकारी कर्मचारी हैं और तीन संविदा पर तैनात कर्मचारी हैं, जबकि छह कर्मचारी प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले हैं।
150 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। सूत्रों के अनुसार, सभी ने इन्हीं कर्मचारियों के नाम बताए हैं। इसी आधार पर अब एसटीएफ इन लोगों के खिलाफ और पुख्ता सबूत तलाशने में जुट गई है।
जांच में पता चला कि इन लोगों ने अलग-अलग गिरोह बनाकर करीब 200 लोगों को यह पेपर बेचा था। इनमें से सबसे अधिक अभ्यर्थी उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र के हैं। हरेक से 10 से 15 लाख रुपये वसूले गए थे।
अधिकतर को पेपर को सोशल मीडिया के माध्यम से सर्कुलेट किया गया था, जबकि, कुछ जगहों पर होटल, रेस्तरां और गेस्ट हाउस में बैठकर बांटा गया था। हालांकि, अभी तक किसी अभ्यर्थी को इस मामले में आरोपी नहीं बनाया गया है।