उत्तराखंड : किसकी हिलेगी कुर्सी, कौन बनेगा मंत्री, सियासी फिजा में तैर रही चर्चाएं
देहरादून: उत्तराखंड की सियासत में कुछ ना कुछ चलता ही रहता है। इन दिनों भी प्रदेश की सियासी फिजाओं में चर्चाएं तैर रही हैं। हालांकि, इन चर्चाओं और बातों में कितनी सच्चाई है। यह कोई फैसला होने के बाद ही साफ हो पाएगा। भाजपा सरकार में भर्ती घोटालों का खुलासा होने के बाद से कुछ खिचड़ी पकनी शुरू हो गई थी। खासकर विधानसभा बैकडोर भर्ती और दूसरी भर्तियों में पार्टी नेताओं के नाम सामने आने के बाद से ही कुद बदलाव की बातें सामने आने लगी थी। इस बीच RSS के कुछ पदाधिकारियों के नाम भी सामने आए थे।
उत्तराखंड में भर्ती घोटालों के बाद सरकार में उथल-पुथल मची हुई है। तमाम तरह की अटकलें और कयास लगाए जा रहे हैं। अटकलों और कयासों के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली पहुंचे तो इन अटकलों और कयासों ने और तेजी पकड़ ली। सूत्रों की मानें तो कैबिनेट में कुछ बदलाव हो सकता है।
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यह भी माना जा रहा है राज्य कैबिनेट में खाली तीन मंत्री पदों पर भी जल्द फैसला हो सकता है। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री से मंत्रियों और विधायकों की परफारमेंस रिपोर्ट मांगी गई थी। रिपोर्ट लेकर सीएम धामी आज भी दिल्ली में ही हैं और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के साथ ही राज्य के जरूरी मसलों पर चर्चा कर सकते हैं।
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नवरात्र पर्व के आसपास मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल का विस्तार या उसमें फेरबदल कर सकते हैं। उनके मंत्रिमंडल में तीन मंत्री पद खाली हैं। इसके अलावा बैक डोर भर्ती मामले की जांच रिपोर्ट आनी है। जानकारों का मानना है कि यदि जांच समिति बैकडोर नियुक्तियों को रद्द करने की सिफारिश करती है तो तत्कालीन स्पीकर जो वर्तमान में कैबिनेट मंत्री हैं, पर नैतिक दबाव बना सकते हैं।