उत्तराखंड : ये तो हद हो गई…कट्टे में पैक कर जंगल में फेंक आए 6-7 दिन की बच्ची
बागेश्वर: नवजात बच्चों को कूड़े में फेंकने या नालों में फेंक देने के कई मामले सामने आते रहते हैं। लेकिन, ऐसे मामलों में कार्रवाई कम ही देखने को मिलती है। ऐसा ही एक ताजा मामला बागेश्वर जिले में सामने आया है। यहां किसी ने बच्ची को जन्म दिया। 6-7 दिन उसे अपने पास रखा भी और फिर कपड़ों में लपेटकर कट्टे में पैक किया और जंगल में फेंक आए।
नगर पालिका क्षेत्र के ठाकुरद्वारा वार्ड छह-सात दिन की बच्ची को कपड़े में लपेटकर झाड़ियों में फेंकी मिली। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग उसे उठाकर अपने घर लाए और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
सोमवार को ठाकुरद्वारा वार्ड के नृसिंह मंदिर में पुजारी राकेश तिवारी पूजा करने गए थे। इसी दौरान उन्हें मंदिर के समीप की झाड़ियों से बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। उन्होंने समीप ही बकरी चुगा रहे आनंद सिंह मेहरा को इसके बारे में बताया और वार्ड निवासी रमेश तिवारी को भी सूचित किया।
रमेश तिवारी मौके पर गए। तीनों ने मिलकर झाड़ी में देखा तो वहां एक कट्टे के भीतर कपड़ों से लिपटी बच्ची मिली। जिसे घर लाने के बाद उन्होंने दूध पिलाया। इस दौरान बच्ची के मिलने की सूचना के बाद वार्ड के कई लोग वहां एकत्र हो गए थे।
तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी गई। कोतवाल कैलाश नेगी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बच्ची को जिला अस्पताल लेकर आए। अस्पताल में डॉ. दीपाली मकवाना ने बच्ची की जांच की। उन्होंने बताया कि बच्ची करीब छह-सात दिन की है। फिलहाल उसे भर्ती कराया गया है। इधर बच्ची के मिलने के बाद नगर में पूरे दिन चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।