पुलिस के मुताबिक, दो महीने पहले शहर कोतवाली क्षेत्र की झुग्गी बस्ती से ई रिक्शा चालक राजेश का पांच साल का बेटा अजीत रात के समय घर से मोमबत्ती लेने निकला था। लेकिन घर नहीं लौटा। अगली सुबह राजेश ने अपने स्तर से तलाश करने के बाद उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। दोपहर के समय घर से कुछ दूरी पर झाड़ियां में अजीत का खून से लथपथ शव बरामद हुआ था।
शुरुआती जांच में सामने आया था कि बालक की पत्थर से कुचलकर हत्या की गई है। इस मामले में कई संदिग्धों से पूछताछ के बाद पास में ही चाय की दुकान पर काम करने वाले बिहार के एक युवक की तलाश की जा रही थी। अहम सुराग मिलने पर बुधवार रात शहर कोतवाल कुंदन सिंह राणा और एसओजी इंस्पेक्टर ऐश्वर्या पाल के नेतृत्व में पुलिस और एसओजी टीमों ने बदमाश की घेराबंदी की।
एसएसआई सतेन्द्र बुटोला समेत खड़खड़ी चौकी प्रभारी संजीत कंडारी भी अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। इसी बीच मुठभेड़ की सूचना पर एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने भी कमान संभाली। मुठभेड़ के दौरान आरोपित ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में बदमाश घायल हो गया। जबकि बदमाश की तरफ से फायरिंग में एसओजी उपनिरीक्षक पवन डिमरी भी घायल हुए हैं।
सूचना पर एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने मौके पर पहुंच कर घायल दारोगा का का हाल-चाल जाना और मुठभेड़ के बारे में जानकारी ली। एसएसपी ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान आरोपित प्रदीप उर्फ दीपक निवासी बिहार गोली लगने से घायल हुआ है। वह बिहार में किस जिले का निवासी है, प्राथमिक उपचार के बाद पूछताछ में सामने आ पाएगा।