उत्तराखंड: एक दूसरे का हाथ थामा और गंगा में कूद गए पति पत्नी, सुसाइड नोट में लिखा क्यों किया ऐसा?
उत्तराखंड: एक दूसरे का हाथ थामा और गंगा में कूद गए पति पत्नी, सुसाइड नोट में लिखा क्यों किया ऐसा?
हरिद्वार: कर्ज़ एक ऐसा दलदल है, जिसमें इंसान जब फंस जाता है, तो वह बर्बादी की ओर बढ़ता चला जाता है। खासकर सूदखोर जिससे कर्ज लिया होता है, उसे इतना परेशान कर देते हैं कि वह आत्महत्या की ओर बढ़ जाता है और अंततः ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाता है। हरिद्वार में गंगा में कूदे पति-पत्नी की ऐसी ही कहानी है।
ऐसा ही एक मामला हरिद्वार से सामने आया है, जहां सहारनपुर उत्तर प्रदेश के सर्राफा व्यापारी और उसकी पत्नी ने एक दूसरे का हाथ पकड़ कर गंगा में छलांग लगा दी। पति की लाश बरामद हो गई है, जबकि पत्नी की अभी तलाश जारी है।
दोनों सुसाइड करने के लिए नई बाइक से हरिद्वार पहुंचे और एक-दूसरे का हाथ पकड़कर छलांग लगा दी।कारोबारी का शव गंगा में तैरता मिला, जबकि पत्नी अभी भी लापता है। मरने से पहले कारोबारी ने वॉट्सएप पर सुसाइड नोट अपने रिश्तेदारों को भेजा था, जिसमें उसने कर्ज का जिक्र किया है। उसमें ब्याज का पैसा देते-देते थक जाने की बात कही गई है। साथ ही सुसाइड करने से पहले की फोटो भी शेर की है, जिसमें वह गंगा नदी के किनारे खड़े हैं।
सहारनपुर नगर कोतवाली क्षेत्र किशनपुरा निवासी सौरभ बब्बर की मोहल्ले में ही श्री साई ज्वेलर्स के नाम से दुकान है। 10 अगस्त रविवार की रात को सौरभ बब्बर पत्नी मोना बब्बर के साथ हरिद्वार पहुंचे थे। सोमवार को उनका शव हरिद्वार में हर की पैड़ी पर मिला है। पत्नी लापता है।
दोनों बहादराबाद गंग नहर में कूदे थे। सौरभ ने हाल ही में बाइक खरीदी थी। दोनों उसी से हरिद्वार पहुंचे। जानकारी मिली है कि सौरभ के यहां कमेटी डलती थी, जहां लोगों के करोड़ों रुपए थे।
उत्तराखंड: एक दूसरे का हाथ थामा और गंगा में कूद गए पति पत्नी, सुसाइड नोट में लिखा क्यों किया ऐसा?