उत्तराखंड: बच्चों ने पहली देखी ट्रेन, धूपबत्ती बनानी भी सीखी
कोटद्वार: पौड़ी जिले के सुदूर दुर्गम स्कूल राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय थपला के बच्चों ने आज कोटद्वार के विभिन्न क्षेत्रों का शैक्षिक भ्रमण किया । सर्व प्रथम तो बच्चों के समूह ने सुबह सिद्धबली मंदिर के दर्शन किए और सिद्धबाबा का आश्रीवाद प्राप्त कर प्रभु प्रसाद ग्रहण किया।
बच्चों के साथ आए शिक्षक संतोष सिंह नेगी ने उसके बाद मंदिर परिसर में स्थित सिद्धबली मंदिर धूप बत्ती निर्माण के बारे में बताया और उनको दिखाया कि किस तरह से विभिन्न जड़ी बूटी को जमा किया जाता है और फिर उनका चूरा किया जाता है। उसकी बाद वहां कार्यरत महिलाओं ने उनको उस चूरे को इक्कठा करने से लेकर मिक्स करके उसे उसे गुथना और उसकी धूपबत्ती तैयार करना समझाया।
उसके उपरांत थपला स्कूल से आए च्चों ने अपने क्षेत्र के विधायक और सिद्धबली मंदिर समिति के महंत दिलीप रावत से मुलाकात की। विधायक जी द्वारा उनका समुचित स्वागत किया गया और सब बच्चों को एक एक ट्रैक सूट सप्रेम भेट किया गया। उसके उपरांत बच्चों द्वारा पहली बार रेल देखने हेतु कोटद्वार रेलवे स्टेशन के लिए प्रस्थान किया गया।
वह पहुंच कर स्टेशन अधीक्षक आशीष बिष्ट द्वारा बच्चों का समुचित स्वागत कर उनको स्टेशन में खड़ी सिद्धबली जनशताब्दी के बारे में बताया । आशीष बिष्ट द्वार बच्चों को इंजन, डिब्बे, ट्रैक और डिब्बे में मौजूद सीटिंग को व्यवस्था के बारे में विस्तार से समझाया। रेलवे में टिकट बुक करने से लेकर बिजली की सप्लाई आदि के बारे में बच्चों ने अनेक प्रश्न किए।
रेलवे में बालिकाओं के बढ़ती उपलब्धियों के बारे में बताया और उनको प्रोत्साहित किया को वे भी रेलवे में अपना करियर बनाए । कई बालिकाओं ने रेलवे में वेतन कितना मिलता है पर अपनी जिज्ञासा दिखाई ।शिक्षक संतोष सिंह नेगी ने बताया कि बच्चों ने अपने जीवन में पहली बार रेल देखी और वे बड़े रोमांचित थे ।