उत्तराखंड : कार ने मारी टक्कर, चार लोगों की मौत, गर्भवती को ले जा रहे थे अस्पताल
उत्तराखंड : कार ने मारी टक्कर, चार लोगों की मौत, गर्भवती को ले जा रहे थे अस्पताल
नैनीताल हाईवे पर पीएसी के सामने तेज रफ्तार कार की टक्कर से ई-रिक्शा सवार गर्भवती महिला समेत चार लोगों के मौत हो गई जबकि दो गंभीर रूप से घायल है| घायलों को प्राथमिक उपचार के उपरांत हायर सेंटर रेफर कर दिया गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार चालक को हिरासत में ले लिया जबकि शवों को कब्जे में लेकर शव विच्छेदन गृह भेज दिया. इस दर्दनाक घटना से मृतकों के परिवार में कोहराम मच गया.
भूरारानी निवासी रविंद्र साहनी की 25 वर्षीय पत्नी ज्योति गर्भवती थी। बुधवार सुबह दर्द होने पर परिवार के ही 42 वर्षीय उर्मिला पत्नी लोहा साहनी, 36 वर्षीय विभा पत्नी प्रमोद साहनी, कांति देवी पत्नी दिनेश साहनी और ललिता पत्नी सुबोध साहनी उसे टुकटुक से जिला अस्पताल ले गए थे. बताया जा रहा है की सुबह लगभग साढ़े तीन बजे अस्पताल से वापस आते समय नैनीताल रोड स्थित पीएसी गेट के सामने नैनीताल की तरफ से आ रही उत्तरप्रदेश नंबर की तेज रफ्तार कार ने टुकटुक को पीछे से टक्कर मार दी.
टक्कर इतनी भयंकर थी कि टुकटुक के परखच्चे उड़ गए|इससे टुकटुक चालक भूरारानी निवासी मनोज, गर्भवती ज्योति, उर्मिला और विभा की मौत हो गई। जबकि कांति देवी और ललिता गंभीर रूप से घायल हो गए. यह देख मौके पर लोगों का जमावड़ा लग गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जानकारी ली और घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया. साथ ही चारों शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।पुलिस ने कार चालक को हिरासत में ले लिया है| तमाम जनप्रतिनिधि और एसएसपी डॉ. मंजू नाथ टीसी ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अस्पताल में भर्ती घायलों के बारे में डॉ से जानकारी ली.
एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के ने बताया की आज सुबह लगभग 3.30 बजे नैनीताल रोड पर हुई दर्दनाक सड़क दुर्घटना में तीन महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई| उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस लगातार रोड सेफ्टी के तहत ई रिक्शा का वेरीफिकेशन कर रही है साथ ही रोड इंजीनियरिंग को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग और लोक निर्माण विभाग को आवश्यक सुधार हेतु सूचित करती है. सिग्नल लाइट को लेकर भी कार्य तेजी से चल रहा है.
उत्तराखंड : कार ने मारी टक्कर, चार लोगों की मौत, गर्भवती को ले जा रहे थे अस्पताल