उत्तराखंड : 56 करोड़ 18 लाख का बजट पास, विकास कार्यों को मिलेगी रफ्तार
उत्तरकाशी : लंबे इंतजार के बाद आखिरकार जिला योजना समिति की बैठक हो ही गई। जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 56 करोड़ 18 लाख का परिव्यय अनुमोदित किया गया। इस परिव्यय (बजट) अनुमोदित होने के बाद और जिले की विकास योजनाओं को रफ्तार मिलेगी, जिससे से विकास कार्य धरातल पर नजर आने लगेंगे और लोगों की समस्याओं का समाधान भी होगा।
जिला नियोजन समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की मौजूदगी में जिला योजना में 56 करोड़ 18 लाख रूपये का बजट मंजूर हुआ। डीपीसी ने विभागवार योजनाओं के लिए बजट पास किया। कुछ विभागों को दिल खोलकर पहले से अधिक बजट देने पर डीपीसी ने हामी भरी।
जिला सभागार में शहरी विकास और जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता में जिला नियोजन समिति की बैठक संपन्न हुई। लोक निर्माण विभाग का परिव्यय (बजट) 5 करोड़ 50 लाख से बढ़ाकर 6 करोड़ 22 लाख किया गया।
जल संस्थान का 3.50 करोड़ से 5 करोड़ बढ़ाया गया। जबकि पेयजल निगम के परिव्यय को 2 करोड़ 42 लाख अनुमोदित किया गया। प्राथमिक शिक्षा का 3 करोड़ 50 लाख का परिव्यय एवं माध्यमिक शिक्षा का भी इतने का ही परिव्यय अनुमोदित किया गया। राजकीय सिचाई 4 करोड़ 50 लाख व लघु सिचाई को 1 करोड़ 70 लाख, पशुपालन 2 करोड़ 50 लाख का परिव्यय डीपीसी ने अनुमोदित किया।
कृषि विभाग का 1 करोड़ 40 लाख, उद्यान 3 करोड़ 93 लाख,दुग्ध 35 लाख,मत्स्य 50 लाख, एलोपैथिक चिकित्सा 3 करोड़ 50 लाख,खेलकूद 70 लाख,पीआरडी 8 करोड़, उरेेेेड़ाड़ 63 लाख,सहकारिता 1 करोड़ 5 लाख सहित करीब 30 विभागों का परिव्यय नियोजन सामिति ने अनुमोदित किया। वन विभाग के परिव्यय को DPC ने 1 करोड़ 50 लाख से और बढ़ाने का अनुमोदन किया।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजलवाण, पुरोला, यमुनोत्री और गंगोत्री विधानसभाओं के विधायकों के साथ जिला ही नियोजन समिति के सदस्य। जिलाधिकारी अभिषेक रोहिल्ला समेत मुख्य विकास अधिकारी और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
जिला प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सरकार का लक्ष्य विकास कार्यों को धरातल पर उतारने का है और इसके लिए सरकार ने प्राथमिकताएं हैं तय की हैं। उन्हीं के अनुरूप यह बजट भी पास किया गया है। उनको उम्मीद है कि जल्द ही सभी प्रस्तावित कार्य धरातल पर होंगे।
जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजवाण ने कहा कि लंबे समय से डीपीसी की बैठक का इंतजार था। बैठक नहीं हो पाने के कारण विकास कार्य अवरुद्ध हो गए थे। लेकिन, अब जिले के विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से निर्माण कार्यों को पूरा किया जाएगा और विकास को नई गति दी जाएगी।