उत्तराखंड: CM हेल्पलाइन की शिकायतों को ठेंगा दिखा रहे शिक्षा विभाग के अधिकारी, मंत्री के आदेश भी बेअसर
देहरादून: शिक्षा विभाग लोगों को सबसे ज्यादा परेशान करने वाला विभाग बन गया है। शिक्षा विभाग जहां हमेशा से ही ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर बदनाम रहा है। वहीं, अब शिक्षा विभाग पर लोगों को परेशान करने का एक और टैग लग गया है। शिक्षा विभाग के अधिकारी लोगों को खूब परेशान करते हैं।
ऐसा लगता है कि इन अधिकारियों को ना तो सीएम का डर है और ना शिक्षा मंत्री का। उसका सबसे बड़ा कारण यह है कि विभाग से जुड़ी शिकायतों को समाधान नहीं हो रहा है। आलम यह है कि विभागीय अधिकारी जब समाधान नहीं करते हैं, तो लोग सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करते हैं। लेकिन, शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर इसका भी कोई असर नहीं पड़ता है।
उत्तराखंड पेपर लीक कांड: क्या 30-35 दरोगाओं की नौकरी पर मंडरा रहा खतरा?
यह हम नहीं, बल्कि सीएम हेल्पलाइन में लगी शिकायतों को अंबार बता रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार आठ सितंबर 2022 तक सीएम हेल्पलाइन और केंद्रीयकृत सार्वजनिक शिकायत निवारण एवं निगरानी प्रणाली (CPGRMS) पर शिकायतों का अंबार लग चुका है, जिनका अब तक निस्तारण नहीं हुआ है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है अधिकारी कितने लापरवाह और गैरजिम्मेदार हो गए हैं। किसी को कार्रवाई का डर भी नहीं है।
लगभग दो हजार से शिकायतों पर अब तक कार्रवाई नहीं हो पाई है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक RK कुंवर ने इस स्थिति को दुखद करार देते हुए सभी CEO को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। शिकायतों को हल करने में देहरादून, हरिद्वार, चंपावत, यूएसनगर सबसे फिसड्डी साबित हो रहे हैं।
ग्रेड-पे मामले के समाधान का फॉर्मूला तैयार, ASI का नया पद सृजित, ये फैसला भी लिया
देहरादून में CM हेल्पलाइन के तहत अब तक 293, हरिद्वार में 190,पौड़ी में 151 शिकायतें लंबित हैं। जबकि कुमाऊं मंडल में चंपावत में 177, नैनीताल में 150 और यूएसनगर की 166 शिकायतों पर कार्रवाई नहीं हुई है।