
Uttarakhand : अवैध मदरसों पर कार्रवाई से भड़का विवाद, मुस्लिम समाज का प्रदर्शन, पुलिस ने संभाला मोर्चा
देहरादून : देहरादून में अवैध मदरसों के खिलाफ मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) द्वारा की जा रही कार्रवाई के विरोध में मुस्लिम समाज के लोगों ने आज जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रशासन एकतरफा कार्रवाई कर रहा है और रमजान के पवित्र महीने में जानबूझकर इस तरह की कार्रवाई की जा रही है।
क्या है मामला?
एमडीडीए के अधिकारियों का कहना है कि जिन मदरसों को तोड़ा जा रहा है, वे बिना स्वीकृत नक्शे के बनाए गए थे, जिससे वे अवैध निर्माण की श्रेणी में आते हैं। इसी के आधार पर प्राधिकरण ने कार्रवाई शुरू की। इस कार्रवाई के खिलाफ मुस्लिम समाज के हजारों लोग आज जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप
प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार द्वारा अवैध निर्माणों को लेकर एकतरफा कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने मांग की कि इस मामले में निष्पक्ष जांच हो और रमजान के मद्देनजर किसी भी धार्मिक स्थल पर कार्रवाई न की जाए।
कुछ प्रदर्शनकारी हिरासत में
मामले ने तूल पकड़ा तो मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी और हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी ले लिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए ऐसा किया गया और शांति भंग करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पढ़ाया जाएगा राज्य आंदोलन का इतिहास
इस बीच, उत्तराखंड सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों और मदरसों में राज्य आंदोलन का इतिहास पढ़ाने का फैसला किया है। इसके तहत छात्रों को उन विभूतियों के बारे में भी बताया जाएगा, जिन्होंने उत्तराखंड के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। फिलहाल, देहरादून में मदरसों को लेकर शुरू हुआ यह विवाद बढ़ता जा रहा है। प्रशासन और मुस्लिम समाज के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है, और यह देखना होगा कि सरकार इस मामले को कैसे सुलझाती है।