उत्तराखंड: मस्जिद विवाद पर दीपक बिजल्वाण फायर, बोले-काशी नगरी में ये नहीं चलने वाला
उत्तरकाशी: उत्तरकाशी में मस्जिद हटाने के विरोध में निकाली गई जन आक्रोश रैली में लाठी चार्ज और पथराव को लेकर जिला प्रशासन निशाने पर है। लाठीचार्ज के दौरान कई युवा घायल हुए। सैकड़ों लोगों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इस पूरी कार्रवाई के दौरान जिला प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई भी सवालों के घेरे में है। इस पूरे विवाद को लेकर पहाड़ समाचार ने उत्तरकाशी जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण से बात की।
दीपक बिजल्वाण के बयान पिछले दो दिनों से लगातार सोशल मीडिया में तैर रहे हैं। उनको फायर ब्रांड नेता माना जाता है। मस्जिद मामले में भी दीपक ने फायर किया है। उनका कहना है कि गंगोत्री धाम करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का केंद्र हैं। देश-विदेश से लोग यहां आते हैं। यहीं से सनातन की धारा का प्रवाह पूरे देश में मां गंगा के रूप में होगा है।
उत्तरकाशी भोलेनाथ की प्रिय नगरी है। यहां किसी भी हाल में मस्जिद को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। जिस तरह से मुस्लिम समुदाय के लिए मक्का-मदीना पवित्र है। हिन्दुओं और सनातनियों के लिए उत्तर की काशी यानी उत्तरकाशी प्रिय है। यहां इस तरह की गतिविधि को सहन नहीं किया जा सकता।
दीपक ने कहा कि हम किसी धर्म का अपमान नहीं करते। 70-80 के दशसक में जो गलती हुई है। उस गलती का हल सरकार को निकालना चाहिए। हमारे चारों धामों के प्रमुख नगरों में इस तरह के निर्माण कतई स्वीकार करने योग्य नहीं हैं।
साथ दीपक बिजल्वाण ने कहा कि लाठीचार्ज की घटना में हमारे युवाओं को लाठियां पड़ी हैं। क्या अपने धर्म के प्रचार के लिए किसी को लाठियां मारा जाना उचिता था? सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। साथ ही दीपक ने लोगोंा पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने की भी मांग की है।
दीपक बिजल्वाण ने इस पर खुलकर बात की है। दीपक के बयानों की सोशल मीडिया में जमकर चर्चा भी हो रही है। जिस तरह से बयान सामने आया है, उससे भाजपा और कांग्रेस दोनों ही बेचैन हैं। दीपक कांग्रेस के नेता हैं, लेकिन उनका बयान एकदम उलट है।
उनका बयान भाजपा की लाइन को सूट करता है। दीपक को यही बात अलग करती है। वो भले ही कांग्रेस के सदस्य हों, लेकिन सनतान की जब भी बात आती है, वो खुलकर सनातन के पक्ष में खड़े नजर आते हैं। उत्तरकाशी जिले के विभिन्न गांवों में मंदिर निर्माण में भी उनकी अहम भूमिका रही है।