
बदरीनाथ-केदारनाथ की यात्रा पर रवाना हुए मुलुकपति श्री राजा रघुनाथ, ये है पूरा यात्रा कार्यक्रम
बड़कोट: मुलुकपति श्री राजा रघुनाथ 57 गांव बनाल पट्टी के अलावा क्षेत्र में अन्य क्षेत्रों में आराध्य देव हैं। श्री राजा रघुनाथ अपने सैकड़ों भक्तों के साथ बदरीनाथ और केदारनाथ धाम की यात्रा पर रवाना हो गए हैं। इस दौरान परंपरा, आस्था और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिला। यात्रा का आयोजन श्री राजा रघुनाथ जी महाराज बदरीनाथ-केदारनाथ यात्रा समिति की ओर से किया जा रहा है।
पिछले साल टल गई थी यात्रा
यह यात्रा पिछले साल प्रस्तावित थी, लेकिन अतिवृष्टि के चलते केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग में हुई घटनाओं के कारण देवता ने इसे टाल दिया था। लेकिन, अपनी यात्रा के पूर्व निर्धारित दिन पर देवता महा मड़केश्वर महादेव की यात्रा पर गए। यह श्री राजा रघुनाथ जी का प्रिय स्थान है।
यात्रा कार्यक्रम
1. दिनांक 16.05.2025 को प्रातः 11:00 बजे श्री राजा रघुनाथ महाराज पुजेली मन्दिर से प्रस्थान करेंगे व रात्री विश्राम चम्बा टिहरी गढ़वाल में होगा। सभी लोग प्रातः 10:00 बजे से पहले अपने घर से प्रस्थान कर लें, क्योंकि 1030 से राहुकाल आरम्भ हो रहा है।
2. दिनांक 17.05.2025 को प्रातः 6:00 बजे चम्बा से प्रस्थान, दोपहर पूजा रूद्रप्रयाग में लगेगी। रात्री विश्राम रामपुर सीतापुर सोनप्रयाग व महाराज की पालकी गौरी कुण्ड में रहेगी।
3. दिनांक 18.05.2025 को प्रातः 10 बजे गौरीकुण्ड में पूजा लगने के बाद केदारनाथ के लिए प्रस्थान व रात्री विश्राम केदारनाथ में होगा।
4. दिनांक 19.04.2025 को प्रातः 11 बजे पूजा लगने के पश्चात केदारनाथ से गौरीकुण्ड के लिए प्रस्थान। रात्री विश्राम रामपुर सीतापुर, सौनप्रयाग व महाराज की पालकी गौरी कुण्ड में रहेगी।
5 दिनांक 20.05.2025 को प्रातः 06 बजे रामपुर, सीतापुर, सोनाश्याग व गौरीकुण्ठ से बद्रीनाथ के लिए प्रस्थान। दोपहर पूजा गरूढ़ गंगा में लगेगी रात्री विश्राम बद्रीनाथ में होगा।
६. दिनांक 21.06.2025 को राजा रघुनाथ जी बद्रीनाथ धाम में रहेंगे व सभी श्रद्धालु बद्रीनाथ में पूजा पाठ करेंगे, रात्री विश्राम भी बद्रीनाथ में ही होगा।
7. दिनांक 22.05.2025 को प्रातः 06 बजे बद्रीनाथ से विन्यालीसौड़ के लिए प्रस्थान करेंगे व दोपहर की पूजा नगर पालिका मैदान किर्तिनगर टिहरी गढ़वाल में लगेगी व रात्री विश्राम चिन्यालीसौड़ में होगा।
8. दिनांक 23.05.2025 को प्रातः 06 बजे चिन्यालीसौड से देवडोखरी बनाल के लिए प्रस्थान व दोपहर की पूजा व भण्डारा देवडोखरी नाल में होगा।
यात्रा के निर्देश
यात्रा समिति ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की अशांति या शराब व अन्य नशीले पदार्थों का सेवन सख्त वर्जित है। सभी यात्रियों को अपने साथ व्यक्तिगत राशन, चावल, दाल और रसोई सामग्री लानी होगी, जिससे कोपांग में सामूहिक भोजन की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, सभी यात्रियों को अपना आधार कार्ड अनिवार्य रूप से साथ लाने का निर्देश दिया गया है।
संस्कृति और परंपरा का अद्भुत संगम
यह यात्रा सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक उत्सव भी है, जिसमें पीढ़ियों से चली आ रही परंपराएं निभाई जाती हैं। राजा रघुनाथ जी की यह यात्रा ना सिर्फ देवभूमि की सांस्कृतिक गरिमा को दर्शाती है, बल्कि युवाओं में भी आस्था और अपने मूल से जुड़ने का अवसर देती है।