उत्तराखंड : पानी के लिए बाजार बंद, 16 दिनों से धरना, फिर भी सरकार चुप, आखिर क्यों?
बड़कोट: जनपद के नगर पालिका बड़कोट में भीषण पीने की पानी किल्लत से जूझ रहे नगर वासियों ने नगर क्षेत्र में विशाल प्रदर्शन करते हुए तहसील में धरना 16वें दिन भी जारी रखा और शुक्रवार को नगर व्यापार मंडल और होटल एशोसिएशन ने आंदोलन को समर्थन देते हुए सम्पूर्ण बाजार व आवासीय होटल बंद रखे।
सवाल यह है कि नगर पालिका बड़कोट में पीने के पानी के लिए पेयजल पंपिंग योजना स्वीकृत करने की मांग की जा रही है। लेकिन, 16 दिनों से धरना और प्रदर्शन के बाद भी सरकार चुप है। पानी के लिए आज व्यापारियों ने बाजार भी बंद रखा। लगातार सरकार के प्रतिनिधियों को पत्राचार के जरिए सीएम धामी को कई बार पत्र लिखे जा चुके हैं। बावजूद, ऐसा क्या कारण है कि सरकार चुप्पी साधे हुए है।
नगर पालिका की महिलाओं, बुजुर्गों व युवाओं ने धरना स्थल पर पहुँचकर अपना समर्थन देते हुए सरकार से पम्पिंग पेयजल योजना के लिए वित्तीय स्वीकृति कि मांग की। आपको बताते चले कि पालिका क्षेत्र के सातों वार्ड के नगरवासी लंबे समय से पेयजल किल्लत से जूझ रहा हैं। नगरवासी यमुना तिलाड़ी से पेयजल पंपिंग योजना का निर्माण किए जाने की मांग को लेकर 6 जून से क्रमिक धरने पर बैठे हुए हैं।
नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष धनवीर रावत और यमुनोत्री होटल एशोसिएशन अध्यक्ष सोबन राणा ने पेयजल पम्पिंग योजना की स्वीकृति के धरना दे रहे नगरवासियों को अपना समर्थन देते हुए 21 जून को बाजार और पालिका अंतर्गत सभी होटल प्रतिष्ठान बंद रखें। साथ ही पूर्व सैनिक संगठन ने भी आंदोलन को अपना समर्थन दिया। नगर पालिका की महिलाओं का कहना है कि नगर पालिका क्षेत्र के सभी वार्डो के नगरवासी पेयजल संकट से जूझ रहें है।सभी यमुना नदी से पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृत हो की मांग करते आ रहे है ।
प्रदर्शन व धरने में विशालमणि रतूडी, अब्बलचन्द कुमाई, नरोत्तम रतूडी, सत्य प्रसाद नौटियाल,राजेन्द्र रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण , व्यापार मंडल अध्यक्ष धनवीर रावत, होटल एशोसिएशन अध्यक्ष सोबन राणा,विजयपाल रावत, जय हो ग्रुप संयोजक सुनील थपलियाल, सरपंच अजय रावत,पूर्ण सिंह रावत, व्यापारमंडल प्रदेश मंत्री राजाराम जगूड़ी, संजय खत्री, राजेश उनियाल, सुषमा रतूडी,प्रभा रावत, पूर्व सैनिक देवेंद्र चौहान, असवाल सहित सैकड़ों की संख्या में महिलाएं बुजुर्ग व युवा वर्ग शामिल थे।