जोशीमठ: जोशीमठ में खतरा हर दिन बढ़ता ही जा रहा है। सदियों से बसा एक शहर उजड़ रहा है। जिन लोगों ने जोशीमठ में जीवन बिताया, उन्हीं की आंखों के सामने अब उनका शहर उजड़ रहा है। शहर बर्बाद तो हो रहा है। अब भू-धंसाव से प्रभावित जोशीमठ के डेंजर जोन को खाली कराने का अभियान शुरू कर दिया गया है। SDRF ने खतरे वाले भवनों के स्वामियों को घर खाली करने का तीन दिन का नोटिस दिया है।

घर खाली करने में मदद करने के लिए SDRF की 60 जवानों की टीम लगाई गई है। यहां करीब 500 घरों को खाली किया जाना है। हालांकि लोग घरों को छोड़ने को राजी नहीं है, इससे जिला प्रशासन की चुनौती बढ़ी है। सवाल यह है कि क्या पांच सौ से अधिक घरों को तीन दिन में खाली करा लिया जाएगा।

उत्तराखंड : खतरे में जोशीमठ, रहने लायक नहीं 500 घर, क्या आने वाली है प्रलय!

जिला प्रशासन के अनुसार तीन दिन में डेंजर जोन से घर खाली नहीं करने वालों को जबरन हटाया जाएगा। उनके पुनर्वास के लिए भी व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन अब तक 129 परिवारों को डेंजर जोन से हटाकर पुनर्वासित कर चुका है।

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