उत्तरकाशी: गर्भवती महिला के मौत मामले में प्रभारी सचिव ने दिए जाचं के आदेश, होगी कार्रवाई
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गर्भवती महिला मौत मामले में जांच के आदेश.
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एम्बुलेंस नहीं मिलने से हो गयी थी मौत.
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डॉक्टरों ने समय से नहीं किया रेफर.
देहरादून: पुरोला असपताल से रेफर की गई सरनोल गांव की गर्भवती महिला की समय से एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण नौगांव अस्पताल में मौत हो गई थी। जबकि, डॉक्टर खुद यह बात कह रहे हैं कि महिला की हालत बहुत खराब नहीं थी। यह कोई पहला मामला नहीं है, जिसमें इलाज के अभाव या फिर एंबुलेंस नहीं मिलने से गीर्भवती महिलाओं के मौत के मामले सामने आए हों।
एंबुलेंस के इंतजार में गर्भवती महिला की मौत के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया है। प्रभारी सचिव ने मामले में स्वास्थ्य महानिदेशक को जांच के आदेश दिए हैं। मंगलवार को उत्तरकाशी जिले में प्रसव पीड़ा के दौरान एंबुलेंस के इंतजार में गर्भवती महिला की मौत होने का मामला सामने आया था। इस मामले को www.pahadsmachar.com नें पर्मुखता से उठाया था, जिसका संज्ञान लेते हुए परभारी सचिव ने जांच के आदेश दिए हैं।
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प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ.आर राजेश कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीजी हेलथ को जांच करने के आदेश दिए हैं। प्रभारी सचिव ने महानिदेशक को आदेश दिए कि घटना की पुनरावृत्ति दोबारा न हो। इसके लिए 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा की व्यक्तिगत रूप से मॉनीटरिंग की जाए। जिससे आम लोगों को 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा का लाभ मिल सके।
प्रभारी सचिव ने निर्देश दिए कि गर्भवती महिलाओं की चिकित्सा और नवजात शिशुओं की विशेष देखभाल के लिए आदेश तत्काल जारी किए जाएं और व्यक्तिगत रूप से समीक्षा की जाए। कहा कि इस प्रकरण की शीघ्र जांच कर दोषियों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाए।