उत्तराखंड : भाड़े से लेकर किराया तक सब महंगा, 18 से इनके भी बढ़ेंगे रेट
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सबकुछ हो रहा है महंगा, इनके बढ़ेंगे दाम।
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आम लोगों पर पड़ रही महंगाई की मार।
देहरादून: महंगाई लगातार लोगों की कमर तोड़ रही है। जहां एक तरफ रसोई गैस और खाने की चीजों के दाम बढ़ रहे हैं। वहीं, उत्तराखंड में अब सार्वजनिक वाहनों से सफर करना भी महंगा हो गया है। सभी तरह के यात्री वाहनों और माल भाड़ा वाहनों का किराया बढ़ा दिया गया।
दो दिन पहले हुई राज्य परिवहन प्राधिकरण (STA) की बैठक के बाद आज शुक्रवार को परिवहन मुख्यालय ने सभी तरह के वाहनों के किराये की नई दरें जारी की। 18 जुलाई से जीएसटी स्लैब में बदलाव के कारण महंगाई बढ़ेगी।
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प्रदेश में सार्वजनिक यात्री वाहन बस, टैक्सी, मैक्सी आदि का किराया 23 फीसदी तक बढ़ गया है। जबकि माल भाड़ा के लिए अब से प्रति कुंतल 40 फीसदी अधिक पैसा चुकाना होगा। शनिवार से ट्रांसपोर्टर बढ़ा किराया लेंगे। बता दें कि, प्रदेश में निजी ट्रांसपोर्टर लंबे समय से किराया वृद्धि की मांग कर रहे थे।
ये हैं ने रेट
-रोडवेज बसों और निगम या पालिका से बाहर चलने वाली बसों के लिए मैदानी मार्गों पर किराया 105 पैसे से बढ़ाकर 128 पैसे और पर्वतीय मार्गों पर 150 पैसे से बढ़ाकर 183 पैसे प्रति किलोमीटर प्रति सवारी कर दिया गया है।
-चारधाम यात्रा रूट पर चलने वाली 20 सीटों तक की बसों का किराया 55 रुपये से बढ़ाकर 70 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है।
-सिटी बसों का किराया सात रुपये से बढ़ाकर नौ रुपये प्रति दो किलोमीटर कर दिया गया है।
-ऑटो का किराया शुरुआती दो किलोमीटर के लिए 50 से बढ़ाकर 60 रुपये किया गया। पांच से सात सवारी क्षमता वाले टैंपो का किराया पहले दो किलोमीटर के लिए 40 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया है।
-टैक्सी-मैक्सी का किराया मैदानी मार्गों पर 14 से बढ़ाकर 16 रुपये और पर्वतीय मार्गों पर 16 से बढ़ाकर 18 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है।
-ठेका बस का किराया 20 सीट क्षमता तक वाली बस के लिए मैदानी मार्ग पर 50 से बढ़ाकर 61 रुपये और पर्वतीय मार्गों पर 55 से बढ़ाकर 67 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है।
-ई-रिक्शा में चार सवारियां बैठती हैं। इनके लिए 12 रुपये प्रति किमी किराया तय किया गया है।
18 ये चीजें भी होंगी महंगी
पहले से पैक, पहले से लेबल की हुई दही, लस्सी और बटर मिल्क अब महंगे हो जाएंगे। 18 जुलाई से इन सभी चीजों पर 5% का जीएसटी लगेगा। ये चीजें पहले जीएसटी के दायरे से बाहर थीं। जीएसटी काउंसिल की ओर से बताया गया है कि चेक जारी करने के लिए बैंक की ओर से जो चार्ज लिया जाएगा, उसपर अब 18% का जीएसटी देना होगा। प्रति मरीज प्रति दिन 5,000 रुपये से ज्यादा वाले अस्पताल के कमरे के किराए पर (आईसीयू शामिल नहीं) 5% का जीएसटी लिया जाएगा।
ये चीजें भी होंगी महंगी
18 जुलाई से नक्शे, चार्ट, एटलस पर 12% की दर से जीएसटी लगेगा। अब 1,000 रुपये प्रति दिन तक वाले होटल के किराए पर भी 12% जीएसटी देना होगा। अभी इस श्रेणी के कमरों पर यह टैक्स नहीं देना होता है।
इसी तरह से एलईडी लाइट, एलईडी लैंप और फिक्स्चर पर भी जीएसटी 12% से बढ़ाकर 18% करने की सिफारिश की गई है। इसी तरह ब्लेड वाले चाकू, पेपर चाकू, पेंसिल शार्पनर और ब्लेड, चम्मच, कांटे, कलछी, स्किमर्स, केक-सर्वर्स भी महंगे होंगे। क्योंकि, इन सारी चीजों को सीएसटी के 12% से बढ़ाकर 18% वाले स्लैब में डाल दिया गया है। साथ ही आनलाइन गेमिंग, कसीनो और हार्स रेसिंग पर भी 28 प्रतिशत जीएसटी देनी होगी।