देहरादून : देहरादून-ऋषिकेश के बीच अकसर जाम के इस्थिति बनी रहती है। लगातार वाहनों का दबाव बढ़ने से आने वाले दिनों में दिक्कतें और बढ़ सकती हैं। इस समस्या से निपटने के लिए NHAI ने केंद्र को एक पर्स्ताव भेजा था। उस प्रस्ताव को केंद्र ने मंजूर कर लिया है। भानियावाला से ऋषिकेश तक की सड़क को फोरलेन बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 950 करोड़ रुपये का बजट भी पास कर दिया है।

यह बजट सड़क के कंस्ट्रक्शन के लिए मंजूर हुआ है। इसमें भूमि अधिग्रहण के लिए अभी 200 करोड़ रुपये और मंजूर होना है। दूसरी ओर, NHAI ने कंस्ट्रक्शन के लिए टेंडर आमंत्रित करने की तैयारी शुरू कर दी है।

देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर भानियावाला से लेकर ऋषिकेश तक 20.6 किमी सड़क अभी टू-लेन है। इस पूरी सड़क पर सात मोड़ जैसे डेंजर जोन भी हैं। रानीपोखरी से ऋषिकेश के बीच हाथियों का डर रहता है। हाथी कई लोगों को यहां मौत के घाट उतार चुके हैं। सर्दियों में वन विभाग को शाम होते ही कानबाई चलानी पड़ती है।

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इसे देखते हुए NHAI ने इस पूरी सड़क को फोरलेन बनाने की कवायद शुरू कर दी है। इसकी DPR तैयार कर भारत सरकार को भेज दी गई थी। NHAI के जेई रोहित पंवार ने बताया कि सरकार ने 950 करोड़ रुपये का बजट मंजूर कर दिया है। टेंडर आमंत्रित करने की तैयारी चल रही है। अगले छह महीने के भीतर कंस्ट्रक्शन का काम शुरू हो जाएगा।

सात मोड़ सीधा होगा और एलीफेंट कॉरिडोर भी बनेगा इस परियोजना के तहत सात मोड़ को सीधा किया जाना है। यहां फ्लाईओवर भी बनाया जाएगा। इसके साथ ही रानीपोखरी से ऋषिकेश के बीच चार एलीफेंट कॉरिडोर बनाए जाएंगे। इससे हाईवे पर जंगली जानवरों का खतरा कम हो जाएगा।

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जौलीग्रांट एयरपोर्ट विस्तार के चलते कुछ समय से फोरलेन हाईवे को लेकर असमंजस बना हुआ था। यह माना जा रहा था कि विस्तार के चलते जौलीग्रांट एयरपोर्ट के पास हाईवे का समरेखण बदल सकता है, जिस पर NHAI ने उत्तराखंड सरकार से मार्गदर्शन मांगा था। सरकार ने पुराने समरेखण पर ही काम शुरू करने की अनुमति दे दी है। यहां भानियावाला से जौलीग्रांट चौक तक 2.1 किमी की एलिवेटेड सड़क बनाई जानी है।