
धराली आपदा: बड़े पैमाने पर राहत-बचाव के लिए अधिकारियों की तैनाती, अब तक जारी हुए ये आदेश
देहरादून/उत्तरकाशी : उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में बादल फटने और भीषण बाढ़ के बाद राज्य सरकार और पुलिस मुख्यालय ने बड़े पैमाने पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। आपदा की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की तत्काल तैनाती के आदेश जारी किए गए हैं।
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौके पर
राज्य सरकार ने बचाव कार्यों के समन्वय के लिए तीन वरिष्ठ IAS अधिकारियों अभिषेक रोहेला, मेहरबान सिंह बिष्ट और गौरव कुमार को तुरंत उत्तरकाशी भेजा है। ये अधिकारी आयुक्त गढ़वाल एवं पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र के साथ मिलकर राहत कार्यों का निर्देशन करेंगे।
पुलिस बल की बड़ी तैनाती
पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड के आदेश पर दो IG, तीन SP, एक कमांडेंट, 11 डिप्टी एसपी के साथ-साथ 40वीं वाहिनी PAC की ‘E’ कंपनी और IRB द्वितीय, देहरादून की ‘C’ कंपनी को उत्तरकाशी रवाना किया गया है।
देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी से कुल 160 पुलिस कर्मियों (6 इंस्पेक्टर, 54 SI/ASI और 100 हेड कांस्टेबल/कॉन्स्टेबल) को आवश्यक उपकरणों के साथ मौके पर भेजा गया है। सभी को 24×7 राहत और बचाव में जुटने के निर्देश दिए गए हैं।
स्थानीय प्रशासन की विशेष ड्यूटी
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, उत्तरकाशी ने 6 से 14 अगस्त तक राहत कैंपों और कंट्रोल रूम संचालन के लिए अधिकारियों की शिफ्टवार ड्यूटी लगाई है। इसके अलावा जेसीबी, पोकलैंड और लोडर मशीनें प्रभावित क्षेत्र में भेजने के आदेश दिए गए हैं।
6 अगस्त को सुबह 5 बजे से दो नोडल अधिकारियों—राजकिशोर (कमांडर, बीओआरटीईओपीएन, तहला) और हरीश पंत (अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग) को मौके पर तैनात किया जाएगा।
समन्वय और सतत निगरानी
पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र और आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी राहत कार्यों की निगरानी करेंगे। सभी बलों को हल्के वाहन, संचार उपकरण, आवश्यक रसद और टेंट सहित पूरी तैयारी के साथ पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। डीजीपी दीपम सेठ ने कहा, “यह आपदा बेहद दुखद है। पुलिस और प्रशासन पूरी क्षमता, संसाधनों और संवेदनशीलता के साथ हर प्रभावित तक सहायता पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”