
दीपक बिजल्वाण ने गढ़वालगाड़ गांव में पानी की समस्या का किया समाधान, 8 महीने से बंद हैंड पंप को किया चालू
उत्तरकाशी: गढ़वालगाड़ गांव में लंबे समय से चली आ रही पेयजल समस्या का आखिरकार समाधान हो गया। समाजसेवी दीपक बिजल्वाण के प्रयासों से 8 महीने से बंद पड़ा हैंड पंप एक बार फिर चालू कर दिया गया, जिससे ग्रामीणों को राहत मिली है।
गांव में पानी की किल्लत बनी थी बड़ी समस्या
गढ़वालगाड़ गांव में पिछले कई महीनों से जल संकट गहराता जा रहा था। मुख्य हैंड पंप के बंद होने से ग्रामीणों को कई किलोमीटर दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा था। गर्मी बढ़ने के साथ यह समस्या और गंभीर होती जा रही थी।
दीपक बिजलवाण ने उठाया जिम्मा
जब प्रशासन से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो श्री दीपक बिजल्वाण ने खुद इस समस्या के समाधान की ठानी। उन्होंने स्थानीय लोगों और तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से हेड पंप की मरम्मत कराई और इसे दोबारा चालू कर दिया।
ग्रामीणों में खुशी की लहर
पानी की उपलब्धता होते ही गांववालों में खुशी की लहर दौड़ गई। ग्राम प्रधान और स्थानीय निवासियों ने बिजल्वाण का आभार व्यक्त किया और उनके प्रयासों की सराहना की।
“यह केवल एक हैंड पंप नहीं, बल्कि हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का सहारा है। श्री दीपक बिजल्वाण ने जो किया, वह प्रशासन को बहुत पहले करना चाहिए था,” – स्थानीय निवासी।
प्रशासन से उठी स्थायी समाधान की मांग
अब गांववाले प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी समस्या न हो, इसके लिए स्थायी जल प्रबंधन योजना बनाई जाए। वहीं, बिजल्वाण ने भी इस दिशा में आगे प्रयास जारी रखने की बात कही है।
गढ़वालगाड़ गांव में पानी का संचार फिर से शुरू हो चुका है, लेकिन यह घटना प्रशासनिक उदासीनता और जनभागीदारी की ताकत का एक उदाहरण भी बन गई है।