
इंदिरा गांधी की 41वीं पुण्यतिथि और सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि
देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में मंगलवार को देश की पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. इंदिरा गांधी की 41वीं पुण्यतिथि और भारत के प्रथम गृहमंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि 1971 के युद्ध में इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को दो टुकड़ों में विभाजित कर पूरी दुनिया को भारत की सैन्य शक्ति का एहसास कराया।
उन्होंने कहा कि उस दौर में अमेरिकी दबाव और धमकियों के बावजूद इंदिरा जी झुकी नहींं और देशहित को सर्वोपरि रखा। माहरा ने कहा कि इंदिरा गांधी ने हमेशा चुनौतियों का सामना साहस और दृढ़ता से किया। जनता के फैसले को सम्मान देते हुए वे दोबारा जनता के बीच लौटीं और अपने संघर्ष के बल पर फिर सत्ता में वापसी की।
सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए करण माहरा ने कहा कि पटेल न केवल स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी थे, बल्कि उन्होंने आजाद भारत की एकता की नींव रखी। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने 550 से अधिक रियासतों का विलय कर भारत को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया।
कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल और इंदिरा गांधी, दोनों ही नेता राष्ट्र की एकता और अखंडता के प्रतीक रहे हैं। जहां पटेल ने विविधताओं वाले भारत को एकजुट किया, वहीं इंदिरा गांधी ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत धस्माना, नवीन जोशी, जगदीश धीमान, राजेंद्र शाह, डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी, गरिमा दसौनी, दिनेश कौशल, डॉ. प्रतिमा सिंह, शीशपाल बिष्ट, रॉबिन त्यागी, वीरेंद्र भट्ट, मोहन काला, देवेंद्र सिंह, सुशीला बेलवाल शर्मा, कमर सिद्दीकी, आनंद पुंडीर, किशोर उनियाल, कार्तिक बिरला सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

