
यमुनोत्री हाईवे पर बादल फटने से भारी तबाही: सिलाई बैंड के पास से 9 मजदूर लापता, राहत व बचाव अभियान जारी
बड़कोट: उत्तरकाशी जनपद में शुक्रवार देर रात से जारी मूसलधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। वर्षा के कारण जिले के दोनों राष्ट्रीय राजमार्गों पर कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है।
प्रशासन द्वारा जारी ताजा जानकारी के अनुसार यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर पालिगाड़, कुथनौर व झाझरगाड़ के पास मलबा और बोल्डर गिरने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है।
वहीं, गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नेताला, बिशनपुर, लालढांग और नालूणा जैसे संवेदनशील स्थानों पर भूस्खलन के चलते यातायात पूरी तरह बंद हो गया है।
सबसे गंभीर सूचना सिलाई बैंड क्षेत्र से आई है, जहाँ बीती रात अतिवृष्टि के कारण 9 मजदूरों के लापता होने की सूचना है। राहत और खोजबीन के लिए SDRF, NDRF, राजस्व विभाग, NH बड़कोटा, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की संयुक्त टीमें मौके पर जुटी हैं। भारी बारिश और दुर्गम भू-भाग के बावजूद टीमें युद्धस्तर पर खोजबीन और राहत कार्यों में लगी हैं।
जिलाधिकारी उत्तरकाशी स्वयं आपातकालीन परिचालन केंद्र में उपस्थित रहकर पूरे राहत एवं बचाव कार्य की सतत निगरानी कर रहे हैं। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और पहाड़ी क्षेत्रों में न जाएं।
जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक भारी वर्षा की संभावना जताई है, जिसे देखते हुए सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
वहीं, जिले के बड़कोट तहसील क्षेत्र में शुक्रवार को बादल फटने की एक गंभीर घटना सामने आई। प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, तहसील बड़कोट के कुथनौर गांव में बादल फटने की घटना घटी है। सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन की टीम हरकत में आई और त्वरित रूप से राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए गए।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बादल फटने से कुथनौर गांव के पास कृषि भूमि में भारी मलबा जमा हो गया, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि अथवा पशुहानि की पुष्टि नहीं हुई है।