
उत्तराखंड STF की साइबर एडवाइजरी: अफवाहों से रहें सावधान, सोचें फिर करें पोस्ट
देहरादून: उत्तराखंड STF और साइबर सेल ने डिजिटल जागरूकता को लेकर एक नई साइबर एडवाइजरी जारी की है। इसमें नागरिकों से अपील की गई है कि सोशल मीडिया पर कुछ भी साझा करने से पहले तथ्यों की पुष्टि अवश्य करें। अफवाह फैलाने या भ्रामक जानकारी देने वाले पोस्टों से न केवल सामाजिक अशांति फैल सकती है, बल्कि यह कानूनन अपराध भी हो सकता है।
एडवाइजरी में कुछ ‘क्या करें’ (DOs) और ‘क्या न करें’ (DON’Ts) के रूप में दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं:
क्या करें:
1. केवल आधिकारिक जानकारी साझा करें – सरकारी स्रोतों या मान्यता प्राप्त एजेंसियों से प्राप्त जानकारी ही साझा करें।
2. समाचार की सत्यता जांचें – किसी भी फोटो या वीडियो को साझा करने से पहले उसकी पुष्टि करें।
3. फर्जी खबरों की रिपोर्ट करें – संदिग्ध पोस्ट को तुरंत प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट करें।
4. सोचें, फिर पोस्ट करें – किसी भी जानकारी को पोस्ट करने से पहले उसके प्रभाव पर विचार करें।
क्या न करें:
1. सेना की गतिविधियों की जानकारी साझा न करें – इससे सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
2. भड़काऊ सूचनाएं फॉरवर्ड न करें – इससे अफवाहें और सामाजिक तनाव बढ़ सकते हैं।
3. अज्ञात बैंक लिंक पर पैसे न भेजें – केवल आधिकारिक खातों पर ही भुगतान करें।
4. अज्ञात ईमेल लिंक या अटैचमेंट न खोलें – इनमें वायरस हो सकते हैं।
5. कोई भी अज्ञात ऐप डाउनलोड न करें – यह आपकी डिवाइस की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है।
शिकायत कैसे करें?
यदि आप साइबर धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं, तो तुरंत 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन रिपोर्ट करें।