
नौगांवखाल में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ उग्र प्रदर्शन, इस्तीफे की मांग तेज
नौगांवखाल, उत्तराखंड: उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ नौगांवखाल में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में कई सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्र नेताओं और क्षेत्रीय प्रबुद्धजनों ने भाग लिया।
प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कवींद्र इष्टवाल ने कहा, “उत्तराखंड के अस्तित्व के लिए मातृ शक्तियों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। यह राज्य किसी की जागीर नहीं, बल्कि संघर्ष और बलिदान की नींव पर टिका है।”
मंत्री पर असभ्य भाषा के आरोप
हाल ही में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा पहाड़ी समुदाय और उत्तराखंड के संदर्भ में कथित रूप से अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया, जिससे राज्य में आक्रोश फैल गया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि एक मंत्री से जिम्मेदारी और सम्मानजनक व्यवहार की उम्मीद की जाती है, लेकिन इस तरह के बयानों से न केवल पहाड़ी समाज का अपमान हुआ है, बल्कि राज्य की एकता और सौहार्द्र भी प्रभावित हुआ है।
प्रदर्शनकारियों की तीन मुख्य मांगें:
1. मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को तुरंत उनके पद से हटाया जाए।
2. राज्य सरकार इस बयान पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगे और अपमानजनक भाषा के प्रयोग पर कड़े नियम बनाए।
3. भविष्य में जनप्रतिनिधियों द्वारा असंवेदनशील भाषा से बचने के लिए एक आचार संहिता लागू की जाए।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर इन मांगों पर तुरंत कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है। उत्तराखंड की सामाजिक एकता और सांस्कृतिक अस्मिता को बनाए रखने के लिए जल्द ही ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
इस विरोध प्रदर्शन में गुड्डू देवराज, संजय, प्रदीप नेगी, छात्र नेता पवन पांथरी, सोहन सिंह, विक्रम सिंह, अनोज नेगी, संजय रावत, मनवर सिंह समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने एकजुट होकर मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विवादित बयान की कड़ी निंदा की।