उत्तराखंड : जेल की रामलीला में वानर बनकर फरार हुआ था कैदी, पुलिस मुठभेड़ में पैर में लगी गोली
हरिद्वार : हरिद्वार जिला कारागार से दशहरे के दिन फरार हुए अभियुक्त पंकज को गुरुवार रात पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा गया था। पंकज और उसके साथी रामकुमार ने 11 अक्टूबर 2024 को जेल की दीवार फांदकर फरार होने का प्रयास किया था। जहां रामकुमार को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, वहीं, पंकज की तलाश जारी थी।
पुलिस से मुठभेड़
एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस ने पंकज की तलाश में जुटी हुई थी और गुरुवार रात मुठभेड़ के दौरान बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली पंकज के पैर में लग गई, जिससे वह घायल हो गया। घायल पंकज को तुरंत गिरफ्तार कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
फरारी का पूरा घटनाक्रम
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि 11 अक्टूबर 2024 को दशहरे के अवसर पर हरिद्वार जिला जेल में रामलीला का मंचन हो रहा था। पंकज और रामकुमार को वानर सेना का किरदार निभाने का मौका मिला था। इस अवसर का फायदा उठाकर दोनों ने जेल की दीवार फांदकर फरार होने का प्रयास किया। रामलीला मंचन के बाद जब कैदियों की गिनती की गई, तो जेल प्रशासन को इनकी फरारी का पता चला।
पुलिस की कार्रवाई
रामकुमार को पहले ही हरियाणा के यमुनानगर से गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि पंकज की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत थी। अब, पंकज की गिरफ्तारी के साथ पुलिस यह जांच कर रही है कि वह इतने महीनों तक कहां छिपा रहा और उसे किन लोगों ने मदद दी। इसके अलावा यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इस फरारी में किसी बड़े अपराधी गिरोह का हाथ था।
पूर्व में भी गिरफ्तारी
पंकज को पहले भी उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका था। पुलिस अब इस मामले की गहरी जांच कर रही है ताकि फरारी के पीछे के सभी कारणों का पता चल सके और इसमें शामिल अन्य संदिग्धों को पकड़ा जा सके। इस गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने राहत की सांस ली है, क्योंकि फरार अभियुक्त को पकड़ने के लिए कई महीनों से लगातार प्रयास किए जा रहे थे।