उत्तराखंड : 7 जन्मों तक साथ निभाने का वचन, 6 महीने में ही पति-पत्नी ने लगा ली फांसी
अल्मोड़ा: अल्मोड़ा जिले से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। जिस जोड़े 6 महीने पहले साथ जीने-मरने और हर फैसला मिलकर करने के वचन सात फरों के दौरान लिए थे। उसी जोड़ी ने अपने सात फेरों के वचनों को निभाया तो, लेकिन दोनों ने अपने लिए खुशहाली नहीं। बल्कि, मौत चुनी। ऐसी मौत कि दोनों ने एक साथ फांसी के फंदे बनाए और एक साथ, एक बार में ही फंदे से झूल कर अपनी जान दे दी। अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर दोनों ने ऐसा खौफनाक कदम क्यों उठाया होगा।
मामला रानीखेत के ताड़ीखेत ब्लॉक के खुशालकोट गांव का है। यहां नवविवाहित जोड़ा संदिग्ध हालात में कमरे के भीतर फंदे से लटके मिले। घटना की सूचना मिलते ही राजस्व पुलिस मौके पर पहुंच गई। दोनों के शवों को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए उप जिला चिकित्सालय रानीखेत भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर खुशालकोट निवासी देवकी देवी घर लौटीं और उन्होंने कमरे का दरवाजा बंद पाया। काफी देर तक आवाज लगाने के बावजूद कोई हलचल और जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने दरवाजा खोला तो उनके होश उड़ गए। बेटा कमल सिंह नेगी (31) और बहू सरिता नेगी (24) फंदे पर लटके थे।
देवकी के शोर मचाने पर गांव वाले मौके पर पहुंचे। घटना की जानकारी राजस्व उप निरीक्षक कुबेर सिंह मेहरा को दी। नैनीताल जिले के सिमलखा की सरिता जलाल की शादी अल्मोड़ा के ताड़ीखेत ब्लॉक के खुशालकोट निवासी कमल सिंह नेगी से 29 अप्रैल 2024 को हुई थी। उन्होंने सात फेरों के दौरान सात जन्मों का वचन एक-दूसरे को दिया। लेकिन, उनको क्या पता था कि सात जन्मों तक साथ रहने के वचन सात महीने बाद एक साथ दोनों इस तरह से दुनिया को छोड़कर चले जाएंगे।
कमल सिंह लुधियाना के किसी होटल में नौकरी करता था। बताया जा रहा है कि वो दीपावली पर ही घर लौटा था। वहीं, इस मामले में नायब तहसीलदार प्रियंका घनसोला का कि नवविवाहित जोड़े के संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे पर लटके होने की सूचना मिली थी। किन परिस्थितियों में ऐसा हुआ है इसकी जांच की जा रही है।