उत्तराखंड : पुरोला मामले में DFO समेत 5 अधिकारी सस्पेंड, अब इनकी बारी
उत्तराखंड : पुरोला मामले में DFO समेत 5 अधिकारी सस्पेंड, अब इनकी बारी
पुरोला: सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। सीएम धामी की सख्ती के बाद वन विभाग ने DFO समेत SDO अन्य अधिकारियों को निलंबित करने की अनुमति मांगी थी, जिस पर सीएम धामी ने अपना अनुमोदन कर दिया था। अनुमोदन मिलते ही डीएफओ को सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही अन्य अधिकारियों पर भी गाज गिरी है। अब चकराता रेंग में हुए अवैध कटान मामले में कार्रवाई हो सकती है।
टौंस वन प्रभाग पुरोला के अंतर्गत देवदार के हरे पेड़ों के अवैध कटान के मामले में सरकार ने कड़ी कार्यवाही करते हुए DFO सहित पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया है! विदित रहे कि उत्तरकाशी जिले के टौंस वन प्रभाग के अंतर्गत वन निगम को सूखे देवदार के पेड़ों का लॉट कटान के लिए दिया गया था, लेकिन सूखे पेड़ों की आड़ में वन निगम व वनकर्मियों ने सौ से अधिक देवदार हरे पेड़ों को काट डाला।
मामले की जांच कराई गई, जिसमें पुष्टि होने के बाद प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु ने DFO सुबोध काला, प्रभारी एसडीओ विजय सैनी, सांद्रा रेंज में तैनात रेंजर रामकृष्ण कुकसाल, कोटीगाड़ रेंज के रेंजर गोविंद सिंह चौहान और देवता रेंज के प्रभारी वन क्षेत्राधिकारी ज्ञानेंद्र मोहन जुवाड़ा को निलंबित कर दिया है। उप वन संरक्षक कुंदन कुमार को टौंस वन प्रभाग में प्रभागीय वनाधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कुंदन हल्द्वानी में तैनात थे।
DFO काला को नैनीताल और SDO सैनी को शिवालिक वृत्त देहरादून में अटैच किया गया है। रामकृष्ण को पिथौरागढ़ और चौहान को चंपावत कार्यालय में अटैच किया गया है। इसके अलावा वन विकास निगम के MD की और से तत्कालीन DLM रामकुमार सहित आठ अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के आदेश एक दिन पहले जारी किए जा चुके हैं। बड़े अधिकारियों पर कार्यवाही के बाद अब वन विभाग के निचले स्तर के कर्मियों में हड़कंप मच गया है।
उत्तराखंड : पुरोला मामले में DFO समेत 5 अधिकारी सस्पेंड, अब इनकी बारी