उत्तराखंड: दबिश देने आई यूपी SOG टीम, गांव में फायरिंग, गोली लगने से महिला की मौत
ऊधमसिंह नगर: इनामी बदमाश खनन माफिया की तलाश में दबिश देने ऊधमसिंह नगर जिले में पहुंची यूपी पुलिस की SOG टीम की ग्रामीणों से झड़प हो गई। आरोप है की इस दौरान SOG की गोली से जेष्ठ ब्लाक प्रमुख की पत्नी की गोली लगने से मौत हो गई। मामला कुंडा थाना क्षेत्र के भरतपुर गांव का है, जहां देर शाम सादी वर्दी में दबिश देने आई पुलिस की कारवाई के दौरान फायरिंग हो गई।
मुठभेड़ के दौरान यूपी के ठाकुरद्वारा कोतवाल समेत 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए। मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने कुंडा थाने के सामने फोरलेन जाम कर दिया। जिससे दोनों ओर वाहनों का जाम लग गया। जाम की सूचना पर भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। बुधवार की शाम दो गाड़ियों पर सादी वर्दी में 10 से 12 लोग हाथों में पिस्टल लेकर यूपी के इनामी जफर की तलाश में कुंडा थाने के ग्राम भरतपुर निवासी जेष्ठ ब्लाक प्रमुख गुरताज भुल्लर के घर आ धमके।
सादी वर्दी में पिस्टल के साथ आए लोगों से जब जानकारी ली तो उन्होंने अपने को यूपी की SOG टीम बताया। टीम ने एक वांछित डंपर चालक की तलाश में आने की बात कही। इस दौरान जेष्ठ ब्लाक प्रमुख और टीम के बीच कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ने पर मौके पर फायरिंग हो गई। मुठभेड़ के दौरान यूपी के ठाकुरद्वारा कोतवाल समेत 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए। जबकि, जेष्ठ ब्लॉक प्रमुख की पत्नी की गोली लगने से मौत हो गई।
आरोप है कि SOG की फायरिंग में जेष्ठ ब्लाक प्रमुख की पत्नी गुरप्रीत कौर गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे इलाज के लिए मुरादाबाद रोड एक अस्पताल ले गए। जहां ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत की सूचना पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और टीम के साथ भिड़ गए ।
ग्रामीणों ने फायरिंग कर टीम के साथ हाथापाई शुरू कर दी। आरोप है कि फायरिंग के दौरान दो पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हो गए। जबकि ग्रामीणों की मारपीट के दौरान ठाकुरद्वारा कोतवाल समेत तीन पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। ग्रामीणों ने कुंडा थाने के सामने फोर लेन पर जाम लगा दिया।
ग्रामीणों ने मामले में SOG टीम के सभी आरोपितों को गिरफ्तारी करने की मांग की। वहीं पुलिस टीम ने भी ग्रामीणों पर आरोप लगाया है कि उनकी फायरिंग में दो पुलिस वाले घायल हुए हैं। वहीं घटना के बाद DIG शलभ माथुर और SSP हेमंत कुटियाल भी ठाकुरद्वारा पहुंच गए।
मौके पर पूर्व मंत्री अरविंद पांडे और कुमाऊं मंडल के डीआईजी समेत उत्तराखंड पुलिस के आला अधिकारी लोगों को समझाने में जुटे रहे। काफी देर बाद ग्रामीण जांच कर कार्रवाई के आश्वासन पर माने और हाईवे पर लगा जाम खोल दिया।