उत्तराखंड: हिरासत में था युवक, गंगा में लगा दी छलांग, पुलिस ने छुपाया मामला
पौड़ी: पौड़ी पुलिस से जुड़ा हुआ एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मामले का खुलासा होने के बाद एसएसपी पौड़ी ने अब जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने युवक को परमार्थ निकेतन से चोरी के आरोप में हिरासत में लिया था। बताया जा रहा है कि युवक होटल में काम मांग रहा था। उसके पास एक थैला भी था, जिसमें सिक्के और कुछ दूसरा सामान भी था।
पुलिस की लापरवाही कि बात सामने आने के बाद एसएसपी पौड़ी ने घटना की जांच के लिए एएसपी शेखर सुयाल की अगुवाई में जांच टीम गठित कर दी है। वहीं एसडीआरएफ की टीम गंगा में डूबे युवक की तलाश कर रही है। यह मामला बीते सोमवार का है। तपोवन चौकी पुलिस को क्षेत्र के एक होटल में काम मांगने आए एक संदिग्ध युवक की सूचना मिली। युवक के पास एक प्लास्टिक का कट्टा था, जिसमें कुछ सिक्के, रुपये और अन्य सामान था।
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जानकारी के अनुसार मौके पर पहुंची तपोवन पुलिस को युवक ने बताया कि वह सिक्के और रुपये स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम के दानपात्र से चोरी कर लाया है। युवक ने पुलिस को बताया कि वह कोटद्वार में अग्निवीर परीक्षा देने आया था। तपोवन चौकी पुलिस ने मामला लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र के होने के कारण स्थानीय पुलिस को सूचित किया। पुलिस युवक को गिरफ्तार कर लक्ष्मणझूला थाने ले आई। युवक ने लक्ष्मणझूला पुलिस को बताया कि उसका नाम केदार सिंह भंडारी (22) पुत्र लक्ष्मण सिंह भंडारी है। युवक उत्तरकाशी के धौंतरी पोस्ट ऑफिस चुनेर गांव का निवासी है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार परमार्थ निकेतन आश्रम प्रबंधन से मामले में तहरीर न मिलने के चलते पुलिस ने युवक को एलआईयू भवन के पास स्थित नए भवन में एक सिपाही की हिरासत में छोड़ दिया। रात को युवक लघु शंका का बहाना बनाकर बाहर निकला और लक्ष्मणझूला की ओर दौड़ लगा दी। पुलिस जब तक युवक को पकड़ पाती तब तक उसने लक्ष्मणझूला पुल से गंगा में छलांग लगा दी।
युवक के गंगा में छलांग लगाने की घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई। पुलिस ने किरकिरी के डर के चलते पहले दिन ऐसी किसी घटना से साफ इंकार कर दिया। लेकिन, जब मामले का खुलासा हुआ तो पौड़ी एसएसपी यशवंत सिंह चौहान ने एएसपी पौड़ी शेखर सुयाल को मामले की जांच करने के निर्देश दिए।
पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर किसी युवक को बिना हिरासत में किसी सिपाही के कमरे में कैसे रखा जा सकता है। हिरासत में लेने और रखे जाने के भी नियम बने हैं। युवक के गंगा में कूदने के बाद पुलिस ने इस बात छुपाए क्यों रखा? क्यों युवक की गंगा में तलाश नहीं की गई? युवक की अगर मौत हो चुकी होगी, तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? फिलहाल पुलिस के बाद इन सवालों के कोई जवाब नहीं हैं।