उत्तराखंड : घर पहुंचा शहीद का पार्थिव शरीर, लिपट पड़े परिजन, हर आंख हुई नम
चंपावत: पिछले दिनों अमरनाथ से लौटते वक्त सुरक्षा बलों के जवानों की बस पहलगाम में चंदनबाड़ी के पास गहरी खाई में जा गिरी थी। इस हादसे में सात जवान मौके पर शहीद हो गए थे। उनमें पिथौरागढ़ का भी एक जवान शामिल था। इस हादसे में सुबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल घायल हो गए थे। उनका श्रीनगर आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
उत्तराखंड: सुबेदार मेजर शहीद फोन कर रहा था मैं ठीक हूं…
जम्मू के पहलगाम में 16 अगस्त को भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों की बस के खाई में गिरने से घायल सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। बुधवार को उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो परिजन बिलख उठे।
उत्तराखंड : फोन कॉल ने बचाये 12 परिवार बच गई 60 लोगों की जिंदगियां
ITBP के सूबेदार मेजर नंदन सिंह ने श्रीनगर के अस्पताल में सोमवार रात को अंतिम सांस ली। सूबेदार मेजर के शव को देवीधुरा भेजने से पूर्व श्रीनगर में आईटीबीपी अधिकारियों ने सलामी दी। उनके शहीद होने की खबर मिलने के बाद ही देवीधुरा क्षेत्र में मातम छा गया।
उत्तराखंड से बड़ी खबर: ये 17 PCS अफसर बने IAS खत्म हुआ लंबा इंतजार
देवीधुरा के पखोटी गांव के निवासी सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल (50) ITBP की चौथी बटालियन में अरुणाचल प्रदेश में तैनात थे। डेढ़ महीने से उनकी ड्यूटी अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में थी। अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी के बाद चंदनवाड़ी से पहलगाम जाते समय बस खाई में गिरने से छह जवानों की मौके पर ही मौत हो गई थी और 30 जवान गंभीर घायल हुए थे। इस हादसे में गंभीर रूप से घायल चम्याल का श्रीनगर में इलाज चल रहा था लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।