उत्तराखड: मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 हजार की मदद, 3 हजार कमीशन, आरोपी गिरफ्तार
रुद्रपुर: सरकार और सिस्टम भले ही दलाली पर रोक के कितने ही दावे क्यों ना करे, लेकिन दलाली है कि रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। ताजा मामला ऊधमसिंह नगर जिले का है। यहां मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 हजार रुपये का चेक दिलवाने के नाम पर 3 हजार रुपये की कमीशन मांगने का मामला सामने आया है। इस मामले का खुलासा किसी सरकार जांच एंजेंसी और सरकारी अधिकारी ने नहीं किया। बल्कि, यह मामला उस तब सामने आया, जब एक ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल होने लगा।
मुख्यमंत्री राहत कोष के नाम पर कमीशनबाजी
आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जब महज 5 हजार के चेक पर 3 हजार रुपये की कमीशन मांगी जा रही है, तो फिर लाख-दो लाख की राहत के चेकों पर क्या खेल होता होगा? बहरहाल यह जांच का मामला है। सरकार को मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद पाने वालों की भी जांच करानी चाहिए कि मदद सही हाथों में सही ढंग से जा भी रही है या फिर ऐसे ही बिजचौलिए और घूसखोर उस मदद को लूट ले रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल
मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत 5 हजार रुपये के चेक पर 3 हजार रुपये कमीशन मांगने वाले के मामले में पुलिस ने राजस्व विभाग के अधिकारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। जिले के SSP मंजूनाथ टीसी ने बताया कि एक आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था।
मामले की होगी जांच
इस मामले में राजस्व विभाग के एक अधिकारी की तहरीर पर ट्रांजिट कैंप पुलिस ने जावेद नाके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। SSP ने बताया कि आडियो की जांच की जायेगी। कमीशन मांगने वाला और जिस व्यक्ति को चेक मिलना था, इस पर भी जांच होगी। जावेद थाना ट्रांजिट कैंप क्षेत्र के जगतपुरा निवासी बताया जा रहा है।
5 हजार चेक की एवज में 3 हजार कमीशन
रविवार की आधी रात राजस्व उपनिरीक्षक प्रकाश रावत की तहरीर पर ट्रांजिट कैंप थाने में जावेद नाम के व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया गया। राजस्व उपनिरीक्षक ने कहा था कि सोशल मीडिया एवं कई माध्यमों से एक ऑडियो वायरल हुई थी। इसमें कथित रूप से जावेद नाम का व्यक्ति भगवान दास नाम के व्यक्ति को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आवंटित 5000 रुपये के चेक की एवज में तीन हजार रुपये की कमीशन की मांग कर रहा है। भविष्य में 20 हजार रुपये का चेक दिलवाने की बात कर रहा है।
गिरोह की ओर से संचालित हो सकती है
राजस्व उपनिरीक्षक ने आशंका जताई कि इस प्रकार की गतिविधि किसी गिरोह की ओर से संचालित हो सकती है। एसएसपी मंजुनाथ टीसी ने बताया कि जगतपुरा निवासी जावेद को पकड़ लिया गया है। उससे गहन पूछताछ होगी। इस मामले में किन लोगों की लिप्तता है, इसका पता लगाया जाएगा।
मामला बेहद गंभीर है
SSP ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है, लेकिन यह भी चौंकाने वाली बात है कि चेक मिलने के बाद ऑडियो क्लिप वायरल की गई है। इस मामले में दो तीन लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है। आरोपी जावेद के तहसील कनेक्शन की जांच होगी। मसलन वह कितनी बार तहसील गया, उसकी किस तहसीलकर्मी से नजदीकी थी। जावेद को चेक के बारे में कहां से जानकारी मिली, यह भी जांच में सामने आएगा। कहा कि तहसील में लगे सीसीटीवी कैमरों के साथ ही जावेद की कॉल डिटेल भी खंगाली जाएगी।
चेक पर भी उठ रहे सवाल
सवाल तहसीलदार की ओर से जारी चेक पर भी उठ रहे हैं। ऐसा लगता है कि चेक आनन-फानन में दिया गया है। जो चेक मुख्यमंत्री राहत कोष की ओर से जारी हुआ है, उस पर तारीख तक नहीं लिखी है। ऐसे में सवाल यह है क्या यह चेक सही मायने में दिया भी गया है या नहीं?