उत्तराखंड: एवलांच में 2 की मौत! क्रेवास में फंसे 21 लोग, रेस्क्यू जारी
उत्तरकाशी: नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्रशिक्षकों और प्रशिक्षणार्थियों का एक दल ट्रेनिंग के लिए गए थे। जैसे ही दल द्रोपदी का डांडा पहुंचा, वहां एवलांच आ गया। एवलांच की चपेट में आने से 29 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास में फंसे हैं। जिन्हें निकालने के लिए निम की तरफ रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।
क्रेवास फंसे आठ प्रशिक्षणार्थियों को रेस्क्यू कर निकाला गया है। जबकि 21 लोग अभी भी क्रेवास में फंसे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी फंसे हुए प्रशिक्षितों की सलामती के लिए प्रार्थना की है। उन्होंने ट्वीट किया कि उत्तरकाशी में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान द्वारा किए गए पर्वतारोहण अभियान में भूस्खलन के कारण बहुमूल्य जानमाल के नुकसान से गहरा दुख हुआ।
नेहरु पर्वतारोहण संस्थान निम का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में बीते 22 सितंबर से बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था। बेसिक प्रशिक्षण 97 प्रशिक्षार्थी, 24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे। जबकि एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी व 9 प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शमिल थे।
उत्तराखंड ब्रेकिंग: डोकरानी बामक में आया एवलांच, निम के 21 ट्रेनी और ट्रेनर फंसे !
प्रशिक्षण के दौरान द्रोपती का डांडा के पास एवलांच की चपेट में आने से 29 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास में फंस गए। द्रोपदी के डांडा में क्रेवास में फंसे आठ लोगों को निम ने रेस्क्यू कर निकाल दिया है। जबकि 21 लोग अभी क्रेवास में फंसे हैं। जिन्हें निकालने के लिए निम की तरफ से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी घटना का संज्ञान लिया है। इस संबंध में उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन होने के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के 28 प्रशिक्षार्थियों के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई है।
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने कहा कि द्रौपदी का डांडा क्षेत्र में प्रशिक्षण के दौरान एवलांच आया है। जिसमें दो प्रशिक्षकों की मौत हो गई है। अन्य घायलों को रेस्क्यू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट से भी संपर्क किया गया है।
उन्होंने आगे लिखा अपने प्रियजनों को खोने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की और स्थिति का जायजा लिया। फंसे हुए पर्वतारोहियों की मदद के लिए बचाव कार्य जारी है। मैंने वायुसेना को बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया है। सभी की सुरक्षा और सलामती के लिए प्रार्थना।