उत्तराखंड : 40-45 साल पुराने टैंक पर पोत दिया चूना औरा हड़प लिए 30 लाख, BJP नेता है ठेकेदार!
उत्तराखंड : 40-45 साल पुराने टैंक पर पोत दिया चूना औरा हड़प लिए 30 लाख, BJP नेता है ठेकेदार!
अल्मोड़ा: अल्मोड़ा जिले का एक मामला पिछले कुछ दिनों काफी चर्चाओं में है। लगातार चर्चा में होने और शिकायत के बाद भी इसमें कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। कार्रवाई ना होने के पीछे की वजह भी चौंकाने वाली बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार जिस ठेकेदार पर आरोप लगे हैं वो भाजपा का अनुसूचित मोर्चा का जिला अध्यक्ष बताया जा रहा है। इससे जहां भाजपा की छवि को नुकसान हो रहा है। वहीं, सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति पर भी सवाल उठ रहे हैं।
दरअसल, अल्मोड़ा जिले के मनीआगर गांव भाजपा के अनुसूचित मोर्चा के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार आर्य और जिला पंचायत के अधिकारियों की मिलीभगत से 40 साल पुराने टैंक को चूना पोतकर नया दिखाया गया। आरोप है कि इसके लिए करीब 30 लाख रुपये की मोटी रकम का भगुतान किया गया है। इतना ही नहीं यह भी सवाल उठे हैं कि दैवीय आपदा मद से कागजों में रास्ते का निर्माण दिखाकर 4.50 लाख रूपये भी हजम कर लिए गए हैं।
इस बात का खुलासा तब हुआ जब गांव के लोगों की शिकायत पर मुद्दा टीवी खबर नाम से न्यूज वेबसाइट और वेब चैनल चलाने वाले पत्रकार देवेंद्र प्रसाद ने आरटीआई में जानकारी मांगी। आरटीआई में पता चला कि वीरेंद्र कुमार आर्य ठेकेदारी का काम करता है, जो वर्तमान में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष भी बताए जा रहे हैं।
मनिआगर गांव में एससीपी योजना के तहत कलसीमा से सैम मंदिर तक 30 लाख रुपये की योजना के अंतर्गत एक टैंक निर्माण और 2715 मीटर लंबाई के पाइप लाइन बिछाना दिखाया गया है। जबकि धरातल पर ना तो मानकों के अनुसार पाइप डाले गए और ना ही सैम मंदिर के पास कोई नया टैंक बनाया गया है। वहां पूर्व से बने टैंक पर ही चूना पोत कर पेमेंट डकार ली गई।
सवाल ठेकेदार वीरेंद्र कुमार आर्य के साथ ही जिला पंचायत के अधिकारियों पर उठ रहे हैं कि आखिर उन्होंने किस आधार पर पेमेंट की है। क्या मौके पर कोई जांच की गई थी या नहीं? अगर निर्माण कार्य नया किया गया तो पुराने टैंक अपनी जगह पर मौजूद कैसे रहा? यह भी सवाल है कि आखिर किसके साथ मिलीभगत कर सरकारी खजाने पर इतना बड़ा डाका डाला गया?
गांव के लोगों का कहना है कि मनीआगर गांव में काई नया रास्ते का निर्माण भी नहीं किया गया है। ऐसे में एक बार फिर सवाल ज़िला पंचायत अल्मोड़ा के अधिकारियो पर आकर अटक जाता है कि कैसे ज़िला पंचायत ने रास्ता निर्माण के लिए साढ़े चार लाख रुपये की पेमेंट कर दी गई।
उत्तराखंड : 40-45 साल पुराने टैंक पर पोत दिया चूना औरा हड़प लिए 30 लाख, BJP नेता है ठेकेदार!