उत्तराखंड: स्वास्थ्य मंत्री के दावों की निकली हवा, डॉक्टर लिख रहे बाहर की दवा…
उत्तराखंड: स्वास्थ्य मंत्री के दावों की निकली हवा, डॉक्टर लिख रहे बाहर की दवा…
देहरादून: स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के सख्त निर्देश है कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर बाहर की दवाइयां नहीं लिखेंगे। किसी तरह की इमरजेंसी होने पर ही बाहर की दावाई लिखी जा सकती है। लेकिन, राजधानी से लगे डोईवाला के सरकारी अस्पताल में धड़ल्ले से बाहर की दवाइयां लिखी जा रही हैं।
बाहर की महंगी दवाइयां लिखने से लोग परेशान हैं। खासकर वो लोग जो महंगी दवाइयां लेने में असमर्थ हैं। ऐसे लोगों के लिए जन औषधि केंद्र खोले गए हैं। डोइवाला के सरकारी अस्पताल परिसर में भी जन औषधि केंद्र खोला गया है। बावजूद, इसके डॉक्टर बाहर की दवाइयां लिख रहे हैं।
डॉक्टरों की मनमानी की लोग सक्षम स्तर पर शिकायत भी नहीं पाते हैं। सवाल यह है कि जब स्वास्थ्य मंत्री के सख्त निर्देश हैं और अस्पताल परिसर में जन औषधि केंद्र भी है। फिर डॉक्टर बाहर की दवाइयां क्यों लिख रहे हैं? कई बार यह बातें सामने आ चुकी हैं कि डॉक्टरों को दवा कंपनियों से कमीशन मिलता है। यही वजह है कि लोगों को बाहर की महंगी दवाइयां लिखी जाती हैं।
इतना ही नहीं आलम यह है कि जन औषधि केंद्र में अस्पताल की डिमांड से जिन दवाइयों को मंगाया जाता है। डॉक्टर अगले ही दिन उस दवाई को लिखना बंद कर किसी दूसरे ब्रांड की दवा लिखना शुरू कर देते हैं। इससे एक बात तो साफ है कि कहीं ना कहीं डॉक्टर की दवा कंपनियों से मिलीभगत है। सवाल यह है कि क्या स्वास्थ्य मंत्री इस मामले में कार्रवाई करेंगे?
उत्तराखंड: स्वास्थ्य मंत्री के दावों की निकली हवा, डॉक्टर लिख रहे बाहर की दवा…