उत्तराखंड : ये हैं बगैर जांच के मान्यता प्राप्त फर्जी पत्रकार, विजिलेंस अधिकारी बनकर मांगी 1 लाख की रंगदारी, पुलिस ने दबोचा
उत्तराखंड : ये हैं बगैर जांच के मान्यता प्राप्त फर्जी पत्रकार, विजिलेंस अधिकारी बनकर मांगी 1 लाख की रंगदारी, पुलिस ने दबोचा पहाड़ समाचार editor
नैनीताल: हल्द्वानी में एक ऐसा खुलासा हुआ है, जिससे आपका आपका माथा ठनक जाएगा। ऐसा सनसनीखेज मामला, जिसने सूचना विभाग की भी पोल खोल कर रख दी। पुलिस ने फर्जी पत्रकारों के एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है, जो सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों का स्टिंग कर उनसे वसूली करते थे।
पुलिस के अनुसार पत्रकारों का ये गिरोह फर्जी विजिलेंस अधिकारी के तौर पर सरकारी अधिकारी से ब्लैकमेलिंग के जरिए रंगदारी वसूली करते थे। पहले भी जेल जा चुके हैं। मामले का खुलासा एसपी क्राइम जगदीश चंद्र ने किया। उन्होंने बताया मुख्य अभियंता सिंचाई विभाग कार्यालय कालाढूंगी रोड में प्रधान सहायक के पद में तैनात उमेश चन्द्र कोठारी से चार लोगों ने विजिलेंस का अधिकारी बनकर एक लाख रुपये ठग लिए।
आरोपियों ने प्रधान सहायक को कुछ वीडियो भी दिखाए। पैसा नहीं देने पर ट्रैप करने और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। प्रधान सहायक की तहरीर पर पुलिस ने तुरंत महिला सहित चार अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। प्रधान सहायक उमेश चंद्र कोठारी ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि एक महिला सहित चार लोग उनके दफ्तर पहुंचे। आरोपियों ने अपने आप को विजिलेंस अधिकारी बताया।
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एक आरोपी ने अपने मोबाइल में उसके कुछ टेप किए हुए आधे-अधूरे वीडियो दिखाए। विजिलेंस कार्ड दिखाते हुए धमकाया। उन्होंने कहा कि एक लाख रुपये देने पर वह मामला रफा-दफा कर देंगे। ऐसा नहीं करने पर वह उसे फंसा देंगे। साथ ही वीडियो भी वायरल कर देंगे। उनका कहना है कि वह आरोपियों की धमकियों से डर गए। एक आरोपी के साथ बाइक में जाकर अपने बैंक से 70 हजार रुपये निकाले।
एक दोस्त से 30 हजार रुपये उधार लिए और आरोपियों को एक लाख रुपये की रकम दे दी। कहना है कि डर के चलते वह पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करा पाए।बताया कि आरोपी यूएस नगर नंबर की सफेद कार से आए थे। उमेश चन्द्र कोठारी ने कोतवाली हल्द्वानी में आकर तहरीर दी। जिसमें 3 पुरूष और 1 महिला अज्ञात को आरोपी बनाया गया गया। उसमें कहा गया था कि 18 मई को को सिंचाई विभाग के कार्यालय कालाढूंगी रोड हल्द्वानी में आकर स्वयं को विजिलेंस टीम बताकर आधी अधूरी वीडियो दिखाकर वायरल करने और जान से मारने की धमकी देकर एक लाख रुपये की रंगदारी वसूल किये जाने के सम्बन्ध में अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध मुकदमा एफआईआर न0 259/23 धारा-388/419/420- भादवि के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कराया गया।
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एसएस पंकज भट्ट नैनीताल द्वारा फर्जी विजिलेंस अधिकारी बनकर रंगदारी वसूल करने वाले गिरोह के ‘खुलासे हेतु अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए उक्त घटना में शामिल अभियुक्तों को तत्काल गिरफ्तार किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। डॉ. जगदीश चन्द्र एसपी काईमाट्रैफिक नैनीताल, हरबन्स सिंह एसपी सिटी हल्द्वानी, भूपेन्द्र सिंह धोनी क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी के सफल पर्यवेक्षण में हरेन्द्र सिंह चौधरी प्रभारी निरीक्षक कोतवाली हल्द्वानी ने तत्काल थाना स्तर पर टीम गठित की गयी।
टीम ने सीसीटीवी का अवलोकन करते हुए आस पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ की। पुलिस टीम ने 20 मई को बादी से फर्जी विजिलेंस टीम बनकर एक लाख रुपये की रंगदारी वसूल करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए उक्त गिरोह में शामिल 3 अभियुक्तांे को मनिहार गोठ टनकपुर जिला चम्पावत से रंगदारी में वसूली गयी धनराशि और घटना में प्रयुक्त वाहन सहित गिरफ्तार कर लिया।
सिंचाई विभाग के मुख्य अभियन्ता कार्यालय कालाढूंगी रोड में तीन पुरुष व एक महिला विजिलेन्स अधिकारी बनकर पहुंचे जहा पर उन्होने स्वयं को पुलिस की विजिलेंस शाखा का अधिकारी बताया तथा कुछ आधी अधूरी वीडियो दिखाकर उमेश चन्द्र कोठारी सिचाई विभाग के मुख्य अभियन्ता कार्यालय के प्रधान सहायक को डरा धमकाकर अपने झांसे में ले लिया और उस पर दबाव बनाते हुए एक लाख रुपये की रंगदारी वसूल कर ली उक्त दुस्साहसिक वारदात के खुलासे हेतु पुलिस द्वारा जाँच की गयी तो घटना में प्रयुक्त वाहन संख्या यूके-06 बीए 4534 रंग सफेद वेगनआर प्रकाश में आयी व सीसीटीवी फुटेज मे दिख रहे संदिग्धों में से एक संदिग्ध भूपेन्द्र सिंह पन्नू जो पत्रकारिता करता है के रूप में की गयी। इसके उपरान्त पुलिस द्वाराअभियुक्त भूपेन्द्र सिंह पन्नू के सम्भावित ठिकानों में दबिश दी गयी। अभियुक्त गणो को भूपेन्द्र सिंह के ससुराल मनीहार गोठ चम्पावत से उपरोक्त तीनो अभियुक्तो को रंगदारी में वसूली गयी धनराशि सहित गिरफ्तार किया गया है।
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अभियुक्तो की गिरफ्तारी व पुलिस जांच से प्रकाश में आया कि गिरफ्तार अभियुक्त भूपेन्द्र सिंह पन्नू समाचार नेशन में उत्तराखण्ड (स्टेट) ब्यूरो चीफ पद पर नियुक्त है और उधम सिंह नगर व देहरादून में सूचना विभाग में पंजीकृत पत्रकार है। अभियुक्त सौरभ गाबा समाचार नेशन में एसआइटी हेड पद पर नियुक्त है और उधम सिंह नगर से सूचना विभाग में पंजीकृत पत्रकार है। अभियुक्त सुन्दर उक्त दोनांे पत्रकारों का घनिष्ठ मित्र है बौर गूलरभोज में खेती बाड़ी का काम करता है। वो इनके साथ वाहन चालक बनकर आया था।
अभियुक्त भूपेन्द्र व सौरभ गाबा पत्रकार होने के कारण विभागों का कार्यप्रणाली से परिचित होते है। इसी कारण इनके द्वारा अपने एक महिला मित्र साक्षी सक्सेना निवासी नोएडा व सुन्दर के साथ मिलकर योजना बनायी और योजना के तहत सिचाई विभाग के सहायक प्रधान उमेश चन्द्र कोठारी को योजना बद्ध तरीके से पैसो का लालच देते हुए पैसो की मांग करने वाली आधी अधूरी वीडियो तैयार की गयी।
इसके उपरान्त साक्षी व सुन्दर विजिलेन्स अधिकारी बनकर कार्यालय में आये व भूपेन्द्र व सौरभ गाबा द्वारा स्वयं को पत्रकार बताया गया। वीडियो दिखाकर बादी से रंगदारी की माँग की गयी य वादी को डरा धमकाकर उससे एक लाख रुपये की रंगदारी वसूल की गयी। उक्त घटना में संलिप्त अभियुक्ता साक्षी सक्सेना फरार चल रही है, जिसकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम को रवाना किया जा रहा है। अभियुक्त गणो द्वारा इस प्रकार की घटनाओं को पूर्व में भी किया जाना प्रकाश में आया है।
आपराधिक इतिहास
अभियुक्त भूपेन्द्र सिंह पन्नू के विरूद्ध थाना बाजपुर में एफआईआर न. 247/2021 धारा 406 भादवि पंजीकृत है (वादी की कार को अपने कब्जे में रखकर अमानत में खयानत करना। अभियुक्त सौरभ गांवा थाना करीम नगर हैदराबाद से भी वर्ष 2019 में चिकित्सक का स्टिंग कर 1 लाख की रंगदारी मांगने के संबंध में जेल जा चुका है।
अभियुक्तो का नाम पता
1- भूपेन्द्र सिंह पुत्र रणधीर सिंह निवासी निकट विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज बाजपुर उम्र 37 वर्ष
2- सुन्दर सिंह पुत्र हयात सिंह निवासी कॉलोनी न० 2 गूलरभोज उ0सिनगर उम्र 35 वर्ष 3- सौरभ गांवा पुत्र किशन लाल गांवा निवासी गली न० 3 शान्ति बिहार रूद्रपुर उ0सि नगर उम्र 21।
बरामदगी
1-अभियुक्त भूपेन्द्र सिंह के कब्जे से उसके साक्षी सक्सेना के हिस्से में आये 50,000 रुपये में से 45000/ रुपये भूपेन्द्र सिंह का समाचार नेशन इलैक्ट्रानिक मीडिया का आई कार्ड।
2-अभियुक्त सौरभ गावा से उसके हिस्से में आये 25,000/- रुपये में से 23000/- व सौरभ गाबा का समाचार नेशन इलेक्ट्रानिक मीडिया का आई कार्ड।
3-अभियुक्त सुन्दर सिंह से उसके हिस्से में आये 25,000-रुपये में से 22000/व घटना में प्रयुक्त कार यूके-06 बीए 4534 रंग सफेद बेगनआर, कुल बरामदगी एक लाख रुपये में से 90,000/रुपये।
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