उत्तराखंड: बाहर से मुर्गी फार्म, अंदर का नजारा देख पुलिस का भी चकराने लगा सिर…
उत्तराखंड: बाहर से मुर्गी फार्म, अंदर का नजारा देख पुलिस का भी चकराने लगा सिर…
हरिद्वार : अवैध काम करने के लिए तस्कर और माफिया अक्सर नए-नए जुगाड़ लगाते रहते हैं। उनके तरीके कई बार ऐसे होते हैं कि आंखों के सामने हाने के बाद भी वो पकड़ में नहीं आ पाते हैं। ऐसा ही मामला हरिद्वार में भी सामने आया है। यहां शराब तस्कर खुलेआम कच्ची शराब बना रहे थे, लेकिन वो पकड़ में नहीं आ पाए थे। हालांकि, इस बार उनका राज खुल गया।
लेकिन, अवैध काम के लिए ऐसा तरीका अपनाया कि आपका माथा ही चकरा जाए। यहां कच्ची शराब माफिया ने अवैध धंधे का ऐसा जुगाड़ निकाड़ा, जिसके बारे में जानकर आप भी सिर पकड़कर बैठ जाएंगे।हरिद्वार के पथरी क्षेत्र के शाहपुर में मुर्गी फार्म चल रहा था। बाहर से लोगों को भी यह लगता था।
उसका सबसे बड़ा कारण यह कि बाहर मुर्गी फार्म का बोर्ड लगा हुआ था। लोगों को जब पता चला कि मुर्गी फार्म में एक भी मुर्गी नहीं है। वहां मुर्गी फार्म के नाम पर कच्ची शराब की भट्टी चल रही है तो आबकारी विभाग को किसी ने इसकी जानकारी दे दी, जिसके पर आबकारी विभाग ने छापेमारी की। आबकारी विभाग की टीम में छापा मार कर 100 लीटर कच्ची और पक्की शराब के साथ ही हजारों लीटर लाहन बरामद किया है।
जिला आबकारी अधिकारी प्रभा शंकर मिश्र ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर देहात क्षेत्र में कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। मुखबिर से सूचना मिलने पर शाहपुर गांव में एक मुर्गी फार्म पर छापा मारा गया तो अंदर कच्ची शराब और लाहन बरामद हुआ।
मुर्गी फार्म पालन के बजाय शराब का अवैध धंधा चलाया जा रहा था। अभी तक की पड़ताल में अनिल, सुनील, कृष्ण और नीटू के नाम सामने आए हैं। बताया कि अनिल और नीतू सगे भाई हैं। जबकि सुनील और कृष्णा आपस में सगे भाई हैं। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
उत्तराखंड: बाहर से मुर्गी फार्म, अंदर का नजारा देख पुलिस का भी चकराने लगा सिर…