उत्तराखंड: कवींद्र इष्टवाल की पहल, पहाड़ में दे रहे क्वालिटी एजुकेशन, अब ये है तैयारी
उत्तराखंड: कवींद्र इष्टवाल की पहल, पहाड़ में दे रहे क्वालिटी एजुकेशन, अब ये है तैयारी
पौड़ी: जहां वर्तमान दौर में लोग शहरों की ओर भाग रहे हैं। शहरो में मेडिकल संस्थान बनाकर महंगी फीस वसूल रहे हैं। वहीं, समाजसेवी युवा कांग्रेस नेता कवींद्र इष्टवाल कुछ अलग हटकर काम करने के लिए जाने जाते हैं। वो जहां लोगों की मदद के लिए हर पल तैयार रहते हैं। वहीं, पौड़ी में नेत्र प्रशिक्षण संस्थान को बहुत कम फीस में संचालित कर रहे हैं।
पौड़ी मंडल मुख्यालय में 2010 से श्री शतचण्डी जनकल्याण समिति पौड़ी गढ़वाल की ओर से संचालित नेत्र प्रशिक्षण संस्थान (डिप्लोमा इन आप्टोमेट्री) का सफलतापूर्वक संचालन करता चला आ रहा है। यह संस्थान उत्तराखण्ड राज्य का पहला नेत्र प्रशिक्षण संस्थान है जो कि वर्ष 2010 से वर्ष 2022 तक 256 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रदान करवा चुका है। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले समस्त प्रशिक्षु वर्तमान में देश-विदेशों एवं उत्तराखण्ड राज्य सहित भारतवर्ष के अधिकाश राज्यों में अपनी सेवायें बहुप्रतिष्ठित / सुपर स्पेशलिस्ट नेत्र चिकित्सालयों एवं विभिन्न मल्टीनेशनल कम्पनियों जैसे (लेंसकार्ट, रे-बैन, टाइटन आई प्लस, फेमकार्ट) प्रदान कर रहे है।
श्री शतचण्डी कल्याण समिति, नेत्र प्रशिक्षण संस्थान पौड़ी गढ़वाल के द्वारा विषम भौगोलिक परिस्थितियों एवं सीमित संसाधनों के बावजूद भी प्रशिक्षण संसीन का अविरल रूप में सम्पादित करने की इस पहल की जितनी भी प्रशंसा की जाये उतनी कम है। प्रशिक्षण संस्थान द्वारा के द्वारा उत्तराखण्ड के युवाओं को रोजगार परक पाठ्यक्रम उपलब्ध करवाकर रोजगार प्रदान करना समिति की एक अनूठी पहल है।
समिति के अध्यक्ष कवींद्र इष्टवाल ने अवगत कराया है कि पहाड़ से युवाओं का पलायन रोकने एवं पहाड़ों में ही इस प्रकार के रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को संचालित करने हेतु समिति प्रतिबद्ध है, इसी को दृष्टिगत रखते हुये समिति के की ओर से गढ़वाल इंस्ट्यूिट ऑफ (पैरामेडिकल साइंसेस की स्थापना पौड़ी गढ़वाल में की जा रही है, जिसमें कि छात्र-छात्राओं के लिए B. Optometry, BMRIT, BOTT, BPT के पाठ्यक्रमों हेतु उत्तराखण्ड सरकार में आवेदन किया जा चुका है। जिसकी अविलम्ब ही अनुमति मिलने की आशा है।
श्री शतचण्डी जनकल्याण समिति पौड़ी गढ़वाल द्वारा समय-समय पर गढवाल मण्डल के विभिन्न दूरस्थ ग्रामीण स्थानों पर निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविरों का आयोजन करता आ रहा है जिसमें कि प्रशिक्षण संस्थान के द्वारा नेत्र रोग से ग्रसित मरीजों को निःशुल्क औषधियाँ एवं चश्मों का वितरण भी किया जाता रहा है।
उत्तराखंड: कवींद्र इष्टवाल की पहल, पहाड़ में दे रहे क्वालिटी एजुकेशन, अब ये है तैयारी